Tribune
PT
Subscribe To Print Edition About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

गुरु तेग बहादुर के नाम पर आनंदपुर में बनेगा विश्वविद्यालय

मुख्यमंत्री मान ने किया ऐलान

  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
featured-img featured-img
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान मंगलवार को श्री आनंदपुर साहिब में आयोजित सर्व धर्म सम्मेलन के समापन समारोह को संबोधित करते हुए। -प्रदीप तिवारी
Advertisement

पंजाब विधानसभा के ऐतिहासिक विशेष सत्र के दौरान श्री आनंदपुर साहिब को पवित्र शहर घोषित करने के एक दिन बाद मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने मंगलवार को यहां श्री गुरु तेग बहादुर जी के नाम पर एक विश्वस्तरीय विश्वविद्यालय स्थापित करने की घोषणा की।

गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस पर गुरुद्वारा बाबा बुड्ढा दल छावनी में सरकार द्वारा आयोजित सर्व धर्म सम्मेलन के समापन समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह विश्वविद्यालय उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा, अनुसंधान, अंतर-धार्मिक संवाद और गुरु साहिब के मानवाधिकारों, शांति एवं बलिदान के संदेश से प्रेरित अध्ययन के लिए एक वैश्विक केंद्र बनेगा।

Advertisement

मुख्यमंत्री मान ने आनंदपुर साहिब के लिए विश्व स्तरीय विश्वविद्यालय की घोषणा तब की, जब आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने उनसे इस क्षेत्र के लिए परियोजना की घोषणा करने का आग्रह किया।

Advertisement

गौर हो कि कल से ही आनंदपुर साहिब में असंतोष व्याप्त था, जब सरकार ने शहर में आयोजित अपने ऐतिहासिक विधानसभा सत्र में आनंदपुर साहिब को पवित्र शहर घोषित करने के अलावा क्षेत्र के लिए किसी भी विकासात्मक परियोजना की घोषणा नहीं की थी। बताया गया कि आनंदपुर साहिब से आप विधायक और शिक्षा एवं जनसंपर्क मंत्री हरजोत सिंह बैंस क्षेत्र के लिए किसी भी विकासात्मक परियोजना की घोषणा न होने से कथित तौर पर नाखुश थे।

मुख्यमंत्री ने युवाओं के लिए मार्शल आर्ट्स प्रशिक्षण केंद्र बनाने के उद्देश्य से आनंदपुर साहिब में चरण गंगा स्टेडियम को बेहतर बनाने की भी घोषणा की।

उन्होंने आनंदपुर साहिब, अमृतसर गलियारा क्षेत्र और तलवंडी साबो में श्रद्धालुओं के लिए मुफ्त लोकल बस सेवा की भी घोषणा की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार आनंदपुर साहिब को न केवल एक आध्यात्मिक राजधानी, बल्कि शैक्षणिक उत्कृष्टता और वैश्विक शिक्षण केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि यह घोषणा इस क्षेत्र के बुनियादी ढांचे और सांस्कृतिक उत्थान के लिए एक व्यापक दृष्टिकोण का हिस्सा है। मान ने कहा कि खालसा की जन्मस्थली पर आने वाले श्रद्धालुओं की भावनाओं के अनुरूप विकास के और अधिक निर्णय लिए जाएंगे।

Advertisement
×