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आसमान से उतरा सितारा...

ऐतिहासिक ‘एक्सिओम-4 मिशन’ पूरा : अंतरिक्ष यान से मुस्कुराते हुए बाहर आये शुभांशु
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नयी दिल्ली, 15 जुलाई (एजेंसी)

अंतरिक्ष के ऐतिहासिक सफर के बाद शुभांशु शुक्ला और ‘एक्सिओम-4 मिशन’ के तीन अन्य अंतरिक्ष यात्री मंगलवार को धरती पर सुरक्षित लौट आये। वह ड्रैगन ‘ग्रेस’ अंतरिक्ष यान से मुस्कुराते हुए बाहर निकले। उन्होंने कैमरों की ओर हाथ हिलाते हुए लोगों का अभिवादन किया।

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शुक्ला, कमांडर पैगी व्हिटसन, स्लावोज़ उज्नान्स्की-विस्नीवस्की और टिबोर कापू ने 20 दिन की अपनी अंतरिक्ष यात्रा में से 18 दिन इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर बिताए। उन्हें वापस लाया अंतरिक्ष यान अमेरिका के दक्षिणी कैलिफोर्निया के सैन डिएगो में समुद्र में भारतीय समयानुसार अपराह्न 3:01 बजे उतरा। इसके तुरंत बाद इसे ‘रिकवरी शिप शैनन’ तक ले जाया गया, जहां एक्सिओम-4 के चालक दल के सदस्य एक छोटी-सी स्लाइड पर बाहर आये और ‘ग्राउंड स्टाफ’ कर्मियों ने उन्हें खड़े होने में मदद की। हेलीकॉप्टर से तट पर ले जाने से पहले रिकवरी पोत पर ही उनकी चिकित्सा जांच की गई। चारों अंतरिक्ष यात्रियों को सात दिन तक निगरानी में रखा जाएगा।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुभांशु शुक्ला को बधाई दी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि शुभांशु शुक्ला ने अपने समर्पण, साहस और अन्वेषण भावना से करोड़ों सपनों को प्रेरित किया है। यह भारत के अपने मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन - गगनयान की दिशा में एक और मील का पत्थर है।

लखनऊ में देशभक्ति के नारे गूंजे, मां हुईं भावुक

लखनऊ (एजेंसी) : शुभांशु शुक्ला के गृहनगर लखनऊ में देशभक्ति के नारे गूंज उठे और लोगों ने एक-दूसरे को गले लगाकर बधाई दी। उनके पूर्व विद्यालय में भी लोगों ने जश्न मनाया। शुभांशु के परिवार के सदस्यों के साथ-साथ छात्रों, शिक्षकों और गणमान्य व्यक्तियों ने भारतीय झंडे लहराकर कैप्सूल के प्रशांत महासागर में उतरने का स्वागत किया। शुभांशु के पिता शंभू दयाल शुक्ला और उनकी मां आशा की आंखों में खुशी के आंसू देखे गए, जबकि उनकी बहन सुचि मिश्रा ने नम आंखों और हाथ जोड़कर अपने भाई के उतरने का स्वागत किया।

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