दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 28 मार्च
हरियाणा के मोहित यादव अब पहचान के मोहताज नहीं रहे हैं। भारत ही नहीं, कई मुल्कों की बड़ी कंपनियां ऑफर लेटर लेकर उनके पीछे हैं लेकिन वे बदलाव को लेकर अपनी जिद पर अड़े हैं। सड़क हादसों को रोकने के लिए उनके द्वारा बनाए गए सॉफ्टवेयर का पेटेंट हासिल करने के लिए मर्सिडीज, महेंद्रा व टाटा मोटर्स जैसी नामचीन कंपनियां लाइन में लगी हैं, लेकिन करोड़ों की ऑफर के बाद भी वह इसे बेचने को तैयार नहीं हैं। भिवानी में भागेश्वरी गांव के रहने वाले मोहित के सॉफ्टवेयर पर बेस्ड एक गाड़ी तैयार हो चुकी है और सेफ्टी फीचर्स को लेकर फाइनल ट्रायल चल रहा है।
जी हां, एक सामान्य परिवार के मोहित यादव ने यह कमाल कर दिखाया है। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को उनका आइडिया इतना पसंद आया कि वे दो बार उनके साथ मुलाकात कर चुके हैं और देश की सभी गाड़ियों में उन्हें इंस्टॉल करवाने को राजी हो गए हैं। इतना ही नहीं, केंद्र सरकार द्वारा बेंगलुरु में टाटा मोटर्स के साथ मिलकर उनके सॉफ्टवेयर पर ट्रायल भी शुरू हो चुके हैं। टाटा मोटर्स ट्रायल पर 50 करोड़ रुपये खर्च कर रहा है। स्टार्टअप के बूते खुद की कंपनी बना चुके मोहित यादव 28 जून को केंद्र सरकार से नेशनल स्टार्टअप अवार्ड हासिल करेंगे। इस कार्यक्रम में केंद्र सरकार द्वारा देशभर के स्टार्टअप और उद्यमियों को सम्मानित किया जाएगा। मोहित यादव ने बेस्ट स्टार्टअप ऑफ द ईयर-2024 का अवार्ड जीता है।
पेशे से पत्रकार मोहित के पिता अनिल यादव कहते हैं – स्कूल टाइम में मोहित एवरेज स्टूडेंट था। लेकिन उन्होंने परीक्षा में नंबर लाने की बजाय उसे हुनर को बढ़ाने के लिए प्रेरित किया।
माेहित को गूगल की ओर से 1 करोड़ 85 लाख रुपये का ऑफर मिला है। गूगल में रहते हुए मोहित जहां और भी सीखेंगे वहीं भारत लौटकर उनका खुद की गाड़ी बनाने का प्लान है। उनकी माता सुनील देवी ने कहा- पहले हमारे नाम से बेटे को जाना जाता था, लेकिन आज हमें अपने बेटे के नाम से जाना जाता है।
- मोहित का ‘सॉफ्टवेयर बोनांजा’, नितिन गडकरी को भी अाया पसंद
- मर्सिडीज, महेंद्रा व टाटा मोटर्स को भी सॉफ्टवेयर का पेटेंट देने से इनकार
- 28 जून को दिल्ली में मोहित यादव को केंद्र सरकार देगी नेशनल स्टार्टअप अवार्ड
ईंधन हो सकेगा री-साइकिल तीसरा सॉफ्टवेयर डीजल-पेट्रोल को री-साइकिल करने में सहयोग करेगा। इसके बाद 50 से 60 प्रतिशत तक फ्यूल वापस टैंक में जमा हो जाएगा। मोहित ने ‘रोड पिल्स’ नाम से यह गाड़ी मार्केट में लाने का लक्ष्य रखा है। यह डीजल-पेट्रोल, हाइड्रोजन व बिजली से चल सकेगी। हादसा होने पर पुलिस व एम्बुलेंस को मैसेज जाएगा।
अभी तक के ट्रायल पास : एमके एप क्रिएटिव प्रा. लिमिटेड के फाउंडर एवं सीईओ मोहित यादव का कहना है कि बेंगलुरु में इन सॉफ्वटेयर पर अभी तक हुए सभी ट्रायल पास हैं। उनका कहना है फाइनल टेस्ट होने के बाद टाटा मोटर्स के सहयोग से इस टेक्नोलॉजी से लैस गाड़ी लांच होगी। टाटा के साथ पार्टनरशिप में सॉफ्टवेयर को लेकर एग्रीमेंट हुआ है। सॉफ्टवेयर लागू होने पर कंपनी की ओर से मोहित को सभी गाड़ियों पर 25 प्रतिशत रॉयल्टी दी जाएगी।
धुंध में खुद ही ऑटो मोड से करेगी कंट्रोल
इसी तरह से एक सॉफ्वेयर ऐसा है, जो धुंध में होने वाले सड़क हादसों को रोकने में कारगर होगा। सॉफ्टवेयर इंस्टाल होने के बाद गाड़ी के आगे और पीछे 100 फुट तक चलने वाले सभी प्रकार के वाहनों का पता लग सकेगा। इतना ही नहीं, इस स्थिति में गाड़ी ऑटो-मोड में आ जाएगी। ड्राइवर की जरूरत नहीं होगी। गाड़ी खुद ही लेफ्ट-राइट टर्न लेगी और सामने वाहन होने पर खुद ही ब्रेक भी लगेंगे।