अस्थि विसर्जन को जा रहे परिवार की कार खड़े ट्रक में जा घुसी, 6 की मौत
एक युवक गंभीर, घरौंडा के गांव फरीदपुर में पसरा मातम
हरियाणा के घरौंडा खंड के फरीदपुर गांव से बुधवार को अस्थियां विसर्जित करने हरिद्वार जा रहे एक परिवार के पांच सदस्यों और ड्राइवर की मुज्जफरनगर के नजदीक भीषण सड़क हादसे में मौत हो गई। उनकी गाड़ी एक खड़े ट्रक से जा टकराई। हादसे का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है, जिसमें अर्टिगा गाड़ी तेज रफ्तार से सीधे ट्रक में घुसती दिखाई दे रही है।
गांव फरीदपुर के 51 वर्षीय महेंद्र जुनेजा की 22 सितंबर की रात को मौत हो गई थी। उनके अस्थि विसर्जन के लिए बुधवार सुबह पौने पांच बजे परिवार के लोग दो गाड़ियों में हरिद्वार के लिए निकले थे। सुबह करीब 6 बजे मुजफ्फरनगर जिले के तितावी इलाके में जयदेव होटल के पास हादसा हो गया। अर्टिगा गाड़ी में सवार महेंद्र की पत्नी मोहिनी (45), बड़े बेटे पीयूष (22), पानीपत निवासी जीजा राजेंद्र (60), बहन विम्मी (50) और ड्राइवर शिवा की मौके पर ही मौत हो गयी। महेंद्र की छोटी बहन अंजू (46) और बेटे हार्दिक (17) को बघरा कम्युनिटी हेल्थ सेंटर ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने अंजू को मृत घोषित कर दिया। हार्दिक की हालत गंभीर होने पर उसे हायर सेंटर रेफर किया गया, लेकिन परिवार उसे लेकर पानीपत के एक निजी अस्पताल पहुंचा।
महेंद्र जुनेजा पानीपत में सेनेटरी स्टोर चलाते थे। बीमारी की वजह से वह खुद काम नहीं कर पाते थे, इसलिए उनके बेटे पीयूष और हार्दिक दुकान संभालते थे। पीयूष ने हाल ही में कॉलेज में एडमिशन लिया था, जबकि हार्दिक 10वीं का छात्र है। पिता के लंबे समय से बीमार रहने के कारण दोनों बेटों ने परिवार की जिम्मेदारी उठाई थी।
जानकारी के अनुसार, हादसे में मारे गये महेंद्र के जीजा राजेंद्र कामरा और बहन विम्मी पानीपत के अंसल में रहते थे। उनका हैंडलूम का काम था और पानीपत नूरवाला एरिया में फैक्ट्री है। उनकी बेटी याशिमा चंडीगढ़ से पढ़ाई कर रही है, जबकि बड़े बेटे दुष्यंत की तीन साल पहले शादी हो चुकी है।