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ऑपरेशन सिंदूर पाक में 9 अातंकी ठिकाने तबाह

नयी दिल्ली, 7 मई (ट्रिन्यू/ एजेंसी) पहलगाम में भारतीय महिलाओं का सिंदूर उजाड़ने वाले आतंकवादियों के आकाओं के खिलाफ ऐतिहासिक कार्रवाई करते हुए सेना ने पाकिस्तान और पीओके (पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर) में नौ आतंकी शिविरों को तबाह कर...
पाकिस्तान के बहावलपुर में आतंकी ठिकाने पर भारतीय हमले में मारे गए आतंकवादियों के ताबूत। -रॉयटर्स
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नयी दिल्ली, 7 मई (ट्रिन्यू/ एजेंसी)

पहलगाम में भारतीय महिलाओं का सिंदूर उजाड़ने वाले आतंकवादियों के आकाओं के खिलाफ ऐतिहासिक कार्रवाई करते हुए सेना ने पाकिस्तान और पीओके (पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर) में नौ आतंकी शिविरों को तबाह कर दिया है। मंगलवार आधी रात के बाद चलाए गये ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय लड़ाकू विमानों ने पाकिस्तानी हवाई सीमा पार किए बिना आतंकवादियों के ठिकानों पर सटीक मिसाइल हमले किए। जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के प्रशिक्षण शिविरों, लॉन्च पैड और मुख्यालयों को निशाना बनाया गया। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, इस समन्वित हमले के दौरान 70 से अधिक आतंकवादी मारे गये और 60 से अधिक घायल हुए। वहीं, पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने कहा कि भारत द्वारा किए गये मिसाइल हमलों में 26 लोग मारे गये और 46 घायल हुए हैं।

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पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकी हमले में 26 लोगों की हत्या के 15 दिन बाद यह पलटवार किया गया। भारत ने स्पष्ट रूप से कहा है कि यह कार्रवाई नपी-तुली थी और इसमें किसी भी पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठान को निशाना नहीं बनाया गया। इस कार्रवाई के बाद भारतीय सशस्त्र बलों ने पश्चिमी सीमावर्ती इलाकों में एयर डिफेंस सिस्टम को पूरी तरह अलर्ट पर रख दिया है। पाकिस्तान की किसी भी संभावित प्रतिक्रिया से निपटने के लिए वायुसेना और सीमा सुरक्षा बलों को पूर्ण युद्ध तैयारियों के साथ तैनात किया गया है। राष्ट्रीय राजधानी समेत देश भर में कई जगह सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गयी है और प्रमुख स्थानों पर अतिरिक्त पुलिसकर्मियों तथा अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गयी।

पाकिस्तान में चार और पीओके में पांच निशाने : अधिकारियों ने बताया कि सशस्त्र बलों ने आतंकी शिविरों के बारे में गुप्त खुफिया जानकारी के आधार पर पाकिस्तान में चार और पीओके में पांच स्थानों को चुना। बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद के मुख्यालय और पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा के मुख्यालय को निशाना बनाया गया। इनके अलावा, नारोवाल जिले में जैश-ए-मोहम्मद के शिविर, कोटली स्थित मरकज अब्बास, मरकज राहिल शाहिद, पीओके के मुजफ्फराबाद में सैयदना बिलाल शिविर, शवावाई नाला शिविर, बरनाला में मरकज अहले हदीस और सियालकोट में महमूना जोया पर हमला किया गया।

54 साल बाद पाकिस्तान के पंजाब में सैन्य कार्रवाई

अजय बनर्जी/ट्रिन्यू

नयी दिल्ली, 7 मई

पिछले 54 वर्षों में पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में पहली बार भारतीय सैन्य कार्रवाई को अंजाम दिया गया है। इससे पहले पाकिस्तान के पंजाब में आखिरी सैन्य हमला 1971 के युद्ध के दौरान हुआ था। इस कार्रवाई को खास इसलिए माना जा रहा है क्योंकि इससे पहले चाहे करगिल संघर्ष (1999) हो, ऑपरेशन पराक्रम (2001) या पुलवामा हमले के बाद एयरस्ट्राइक (2019), किसी भी सैन्य जवाबी कार्रवाई ने पाकिस्तान के पंजाब को निशाना नहीं बनाया था— जो कि वहां की सत्ता और फौज का केंद्र माना जाता है। करगिल युद्ध केवल लद्दाख क्षेत्र के सीमित हिस्से तक सीमित था, और ऑपरेशन पराक्रम में सेना की पूर्ण तैनाती के बावजूद कोई आक्रमण नहीं हुआ। 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 की बालाकोट एयरस्ट्राइक में भी हमले पीओके या खैबर पख्तूनख्वा में हुए थे।

 

पंजाब में निशाना बनाए गए प्रमुख आतंकी ठिकाने

n सरजाल कैंप, सियालकोट : अंतरराष्ट्रीय सीमा से मात्र 6 किलोमीटर दूर, सांबा-कठुआ के सामने स्थित।

n महमूना जोया कैंप, सियालकोट : सीमा से लगभग 12 किलोमीटर दूर।

n मरकज़ तैयबा, मुरिदके : लश्कर-ए-तैयबा का प्रमुख अड्डा, लाहौर के पास, सीमा से करीब 25 किलोमीटर दूरी पर।

n मरकज़ सुभानअल्लाह, बहावलपुर : जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय, सीमा से करीब 100 किलोमीटर दूर। यह शिविर भर्ती, प्रशिक्षण और विचारधारा की प्रचारात्मक शिक्षा का गढ़ रहा है। यहीं से मसूद अजहर जैसे आतंकी अपने नेटवर्क को दिशा-निर्देश देते रहे हैं।

मंत्रिमंडल ने सराहा, पीएम ने राष्ट्रपति को दी जानकारी

नयी दिल्ली (एजेंसी) : ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के कुछ घंटे बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक की अध्यक्षता की। सूत्रों का कहना है कि जैसे ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अभियान के बारे में कैबिनेट को जानकारी दी, पूरे मंत्रिमंडल ने मेजें थपथपाकर इस कार्रवाई और प्रधानमंत्री के नेतृत्व की सराहना की। इससे पहले रक्षा मंत्री और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने मोदी को स्थिति से अवगत कराया। बाद में प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात कर उन्हें अभियान के बारे में जानकारी दी।

पाक ने तनाव बढ़ाया तो दृढ़ता से देंगे जवाब : डोभाल

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जापान, जर्मनी, फ्रांस और स्पेन के अपने समकक्षों से बात की और आतंकी ढांचे पर भारत की कार्रवाई के बारे में जानकारी दी। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने भी विभिन्न देशों के अपने समकक्षों से बात की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत तनाव बढ़ाना नहीं चाहता, लेकिन पाकिस्तान यदि ऐसा करता है, तो दृढ़ता से जवाब दिया जाएगा। इस बीच, पंजाब के गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक में करतारपुर गलियारा बंद कर दिया गया।

भारत के साथ तनाव खत्म करने के लिए तैयार : पाकिस्तानी रक्षा मंत्री

इस्लामाबाद, 7 मई (एजेंसी)

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने बुधवार को कहा कि अगर नयी दिल्ली नरम रुख अपनाता है तो पाकिस्तान, भारत के साथ तनाव ‘खत्म’ करने के लिए तैयार है। पाकिस्तान और पीओके में आतंकवादी ठिकानों पर भारत द्वारा की गई सैन्य कार्रवाई के कुछ घंटों बाद ख्वाजा आसिफ का यह बयान आया। ‘ब्लूमबर्ग टेलीविजन’ ने आसिफ के हवाले से खबर में बताया कि पाकिस्तान केवल तभी जवाब देगा, जब उस पर हमला होगा। उन्होंने कहा, ‘हम पिछले एक पखवाड़े से लगातार कह रहे हैं कि हम भारत के खिलाफ कभी भी कोई शत्रुतापूर्ण कार्रवाई शुरू नहीं करेंगे। लेकिन हम पर हमला होता है तो हम जवाब देंगे। अगर भारत नरम रुख अपनाता है तो हम इस तनाव को खत्म करेंगे।’

आतंकी अजहर के कुनबे के 10 लोग खत्म

जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख आतंकी मौलाना मसूद अजहर ने कबूल किया कि बहावलपुर में उसके संगठन के मुख्यालय पर भारतीय मिसाइल हमले में उसके परिवार के 10 सदस्य और चार करीबी सहयोगी मारे गए हैं। अजहर के हवाले से कहा गया कि हमले में मारे गए लोगों में जैश सरगना की बड़ी बहन और उसका पति, एक भानजा और उसकी पत्नी, एक भानजी और परिवार के पांच अन्य बच्चे शामिल हैं। अजहर के एक करीबी सहयोगी और उसकी मां तथा दो अन्य करीबी साथियों की भी जान चली गई।

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