4th Para Asian Games-2022 : पैरा स्पोर्ट्स एसोसिएशन की अध्यक्ष आरती राव से मिले खिलाड़ी, 4 को तीन-तीन करोड़ का कैश अवार्ड
4th Para Asian Games-2022 : प्रदेश की नायब सरकार ने चौथे पैरा एशियन गेम्स-2022 में भाग लेने वाले 17 खिलाड़ियों को 31 करोड़ 72 लाख रुपये का कैश अवार्ड दिया है। पिछले दिनों खेल मंत्री गौरव गौतम ने यह अवार्ड राशि जारी की थी। हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री तथा पैरा स्पोर्ट्स एसोसिएशन की अध्यक्ष आरती सिंह राव कैश अवार्ड को लेकर काफी दिनों से प्रयास कर रही थीं।
मंगलवार को कई पैरा खिलाड़ियों ने चंडीगढ़ में आरती सिंह राव से मुलाकात कर उनका धन्यवाद भी किया। स्वर्ण पदक विजेता- प्रणव सूरमा, रमन शर्मा, सुमित (एथलेटिक्स) और तरुण ढिल्लो (पैरा-बैडमिंटन) को 3-3 करोड़ रुपये का कैश अवार्ड मिला है। वहीं पैरा बैडमिंटन में दो पदक- स्वर्ण और रजत पदक हासिल करने वाले नितेश कुमार को साढ़े 4 करोड़ रुपये मिले हैं।
इसी तरह सरिता अढ़ाना, पूजा, योगेश कथुनिया सहित कई अन्य खिलाड़ियों को रजत पदक जीतने पर डेढ़-डेढ़ करोड़ रुपये की राशि नकद पुरस्कार के रूप में मिली है। जबकि अंजू बाला (पैरा लॉन बॉल), जसबीर (एथलेटिक्स) और जयदीप (कैनोइंग) को भागीदारी के लिए साढ़े सात-सात लाख रुपये मिले हैं। आरती ने कहा कि हमारे पैरा खिलाड़ियों ने पदक जीतकर हरियाणा और पूरे देश का नाम रोशन किया है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पैरा खेलों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी नीति से सरकार प्रदेश में खेलों को भी बढ़ावा दे रही है। उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले खिलाड़ियों ने नकद पुरस्कारों को लेकर मंत्री आरती सिंह राव से मुलाकात की थी। इसके बाद स्वास्थ्य मंत्री आरती राव ने खेल मंत्री के समक्ष खिलाड़ियों की मांगें रखी। खेल विभाग के महानिदेशक से भी बात करके जल्द राशि जारी करने को कहा था। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा- मैं खुद खिलाड़ी रही हूं और खिलाड़ियों का दर्द समझती हूं।
सचिवालय में सुनी जनसमस्याएं
स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव ने चंडीगढ़ स्थित सचिवालय में जनसुनवाई के दौरान आम नागरिकों की समस्याएं सुनी और संबंधित विभागों को त्वरित समाधान के निर्देश दिए। इस दौरान एक बुजुर्ग ग्रामीण ने आरती राव को आशीर्वाद देते हुए उनके कार्यों की सराहना की। आरती राव ने कहा- जनता की सेवा ही मेरा धर्म है।
लोगों की समस्याएं सुनना और उनका समाधान सुनिश्चित करना मेरी पहली प्राथमिकता है। जनसुनवाई में कई स्वास्थ्य संबंधी मुद्दे उठाए गए, जिनमें अस्पतालों में सुविधाओं का विस्तार, स्टाफ की तैनाती और दवा आपूर्ति शामिल रहे। मंत्री ने सभी शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया कि कोई भी समस्या लंबित न रहे।