40 पाक सैनिक और सौ आतंकी मारे
पाक में आतंकवादी ठिकानों के खिलाफ ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत की गयी सैन्य कार्रवाई में भारत ने पाकिस्तानी सेना को भारी नुकसान पहुंचाया और उसके नवीनतम प्रौद्योगिकी से लैस लड़ाकू विमानों को मार गिराया गया। राजधानी इस्लामाबाद के निकट स्थित प्रमुख सैन्य प्रतिष्ठानों को भी नुकसान पहुंचाया गया। आईसी-814 विमान अपहरण और पुलवामा विस्फोट में शामिल यूसुफ अजहर, अब्दुल मलिक रऊफ तथा मुदस्सिर अहमद समेत 100 से अधिक आतंकवादियों को ऑपरेशन सिंदूर के दौरान मार गिराया गया। सशस्त्र बलों के शीर्ष अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। सैन्य अभियान महानिदेशक (डीजीएमओ) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि संघर्ष में 35-40 पाकिस्तानी सैन्यकर्मी मारे गये और नयी दिल्ली ने अपने वांछित लक्ष्य हासिल कर लिए हैं। उन्होंने कहा कि यदि पाकिस्तान ने कोई दुस्साहस किया तो उसे भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।
सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने सैन्य कार्रवाई रोकने के लिए बनी सहमति के किसी भी उल्लंघन की सूरत में सैन्य अधिकारियों को जवाबी कार्रवाई करने की पूरी छूट दी है।
सेना, वायुसेना और नौसेना के वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने प्रेस वार्ता में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का विवरण दिया, जिसमें बताया गया कि किस प्रकार भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों और नागरिक क्षेत्रों को निशाना बनाने के पाकिस्तानी मंसूबों को नाकाम किया गया। एक सवाल के जवाब में एयर मार्शल एके भारती ने कहा कि भारत ने निश्चित रूप से कुछ पाकिस्तानी विमानों को मार गिराया है, लेकिन उन्होंने संख्या के बारे में कोई अनुमान लगाने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, ‘उनके (पाकिस्तान) विमानों को हमारी सीमा के अंदर घुसने से रोक दिया गया। इसलिए हमारे पास मलबा तो नहीं है, लेकिन निश्चित रूप से हमने कुछ विमानों को मार गिराया है।’ भारतीय लड़ाकू विमानों को हुए नुकसान के बारे में विदेशी मीडिया में आई खबरों के बारे में पूछे जाने पर एयर मार्शल भारती ने कहा, ‘हम लड़ाई की स्थिति में हैं और नुकसान लड़ाई का हिस्सा है। मैं केवल इतना कह सकता हूं कि हमने जो लक्ष्य निर्धारित किए थे, वे हासिल कर लिए हैं और हमारे सभी पायलट सुरक्षित रूप से घर वापस आ गए हैं।’
डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल घई ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान शहीद हुए पांच भारतीय नायकों और नागरिकों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा, ‘हमने अब तक काफी संयम बरता है और हमारी कार्रवाई केंद्रित, नपी-तुली और तनाव को बढ़ावा नहीं देने वाली रही है। हालांकि, हमारे नागरिकों की संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और सुरक्षा के लिए किसी भी खतरे का निर्णायक ढंग से पूरी ताकत से मुकाबला किया जाएगा।’
डीजीएमओ ने बताया कि पाकिस्तान के उनके समकक्ष ने शनिवार दोपहर उन्हें फोन करके संघर्ष रोकने का रास्ता निकालने का अनुरोध किया था। शनिवार दोपहर दोनों डीजीएमओ ने भारतीय समयानुसार शाम पांच बजे से सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति व्यक्त की थी। भारतीय सेना ने कहा कि पाकिस्तान के डीजीएमओ का यह फोन भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा शनिवार सुबह पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठानों पर भीषण जवाबी हमला करने के बाद आया था। ये हमले 9-10 मई की रात को पाकिस्तानी सेना द्वारा प्रमुख भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने के प्रयास के बाद किये गये थे।
पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान और पीओके में नौ आतंकी ठिकानों को नष्ट करने के लिए छह मई को आधी रात के बाद ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया गया था।