नयी दिल्ली/वाशिंगटन, 23 जून (एजेंसी)
अमेरिकी राष्ट्रपति के मुख्य चिकित्सा सलाहकार डॉ. एंथनी फाउची की ओर से कोविड-19 के ‘डेल्टा’ स्वरूप को कोरोना महामारी का सफाया करने के अमेरिका के प्रयासों के लिए ‘सबसे बड़ा खतरा’ बताये जाने के बीच भारत के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि महाराष्ट्र, केरल और मध्य प्रदेश में ‘डेल्टा प्लस’ स्वरूप (वेरिएंट) के लगभग 40 मामले सामने आए हैं। इसे ‘चिंताजनक स्वरूप’ (वीओसी) के रूप में वर्गीकृत किया है।
मंत्रालय ने बताया कि डेल्टा के अलावा डेल्टा प्लस समेत डेल्टा के सभी उप-वंशों को वीओसी की श्रेणी में रखा गया है। मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘भारत में अब तक 45,000 से अधिक नमूनों के अनुक्रमण के बाद डेल्टा प्लस स्वरूप – एवाई.1 – के करीब 40 मामले महाराष्ट्र, केरल और मध्य प्रदेश में सामने आए हैं और इसकी मौजूदगी में कोई उल्लेखनीय वृद्धि नहीं देखी गई है।’ इन तीन राज्यों को सतर्कता बढ़ाने और जन स्वास्थ्य संबंधी उचित कदम उठाने की सलाह दी गई है।
व्हाइट हाउस के मुख्य चिकित्सा सलाहकार डॉ. फाउची ने आगाह किया है कि कोरोना वायरस का बेहद संक्रामक स्वरूप ‘डेल्टा’ कोविड-19 महामारी का सफाया करने के अमेरिका के प्रयासों के लिए सबसे बड़ा खतरा है। व्हाइट हाउस में कोविड-19 पर एक संवाददाता सम्मेलन में फाउची ने कहा कि अमेरिका में कोविड-19 के नये मामलों में से 20 फीसदी से अधिक में संक्रमण की वजह डेल्टा स्वरूप है। उन्होंने कहा कि अच्छी खबर यह है कि अमेरिका के टीके डेल्टा स्वरूप के खिलाफ प्रभावी हैं।