मुंबई, 26 अप्रैल (एजेंसी)गुजरात में जामनगर से तरल चिकित्सीय ऑक्सीजन के साथ तीन टैंकर लेकर एक ट्रेन सोमवार को मुंबई के पास कलंबोली पहुंची। रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि करीब 44 टन तरल चिकित्सीय ऑक्सीजन के साथ 17 घंटे से अधिक समय में करीब 860 किलोमीटर दूरी तय करते हुए ट्रेन नवी मुंबई के कलंबोली पहुंची। प्रत्येक टैंकर में करीब 15 टन तरल ऑक्सीजन है। कोविड-19 के मामलों में तेज बढ़ोतरी के कारण तरल ऑक्सीजन की कमी का सामना कर रहे महाराष्ट्र में यह दूसरी ऑक्सीजन एक्सप्रेस पहुंची है। पहली ऑक्सीजन एक्सप्रेस 7 टैंकर में ऑक्सीजन लेकर 23 अप्रैल को विशाखापट्टनम से राज्य पहुंची थी। इनमें से चार टैंकरों को नासिक में और तीन टैंकरों को नागपुर में उतारा गया था। पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुमित ठाकुर ने बताया कि पश्चिम रेलवे द्वारा संचालित यह पहली ‘ऑक्सीजन एक्सप्रेस’ है। रेलवे ने ट्रेन के सुगम सफर के लिए ‘ग्रीन कॉरिडोर’ तैयार किया। अधिकारियों ने बताया कि जामनगर में रिलायंस इंडस्ट्रीज द्वारा तीन ऑक्सीजन टैंकरों की आपूर्ति की गयी।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।