कोच्चि, 15 जून (एजेंसी)
दैनिक आहार में हरे कटहल का आटा इस्तेमाल किए जाने से टाइप-2 मधुमेह के रोगियों में प्लाज्मा शर्करा के स्तर को कम करने में काफी मदद मिल सकती है। यह बात एक नये अध्ययन में कही गई है और इससे संबंधित रिपोर्ट पत्रिका ‘नेचर’ में प्रकाशित हुई है। अध्ययन ए गोपाल राव, के. सुनील नाइक, ए जी उन्नीकृष्णन और जेम्स जोसेफ द्वारा किया गया जिन्होंने हरे कटहल के आटे ‘जैकफ्रूट 365′ के प्रभाव का मूल्यांकन किया।
यह पेटेंट प्राप्त एक उत्पाद है जो भारत के हरे कटहल से बना है। इसमें 40 लोगों को शामिल किया गया और हरे कटहल के आटे का इस्तेमाल करनेवाले समूह में एचबीए1सी के स्तर में काफी कमी देखी गई। अध्ययन में खाली पेट और भोजन के बाद, दोनों समय के शर्करा स्तर का मूल्यांकन किया गया।