नयी दिल्ली, 23 अप्रैल (एजेंसी)
एनजीटी ने राष्ट्रीय राजधानी के ‘गाजीपुर लैंडफिल साइट’ पर आग लगने की घटनाओं पर गंभीर चिंता जताते हुए कहा है कि दिल्ली और अन्य शहरों में ‘डंप साइट’ किसी ‘टाइम बम’ की तरह हैं।
गौरतलब है कि बुधवार को गाजीपुर लैंडफिल साइट पर भीषण आग लग गई थी तथा 28 मार्च के बाद से यह इस तरह की यह तीसरी घटना है। इसके बाद आसमान में धुएं का घना गुबार फैल गया तथा आस-पास के इलाकों में पहले से ही प्रदूषित हवा और अधिक प्रदूषित हो गई।
पिछले साल, अधिकारियों ने गाजीपुर लैंडफिल साइट पर आग लगने की 4 घटनाओं की सूचना दी थी। 2017 में, इसका एक बड़ा हिस्सा टूटकर सड़क पर गिर गया था जिससे 2 लोगों की मौत हो गई थी। एनजीटी अध्यक्ष जस्टिस एके गोयल के नेतृत्व वाली पीठ ने कहा कि दिल्ली और अन्य शहरों में ‘डंप साइट’ (कूड़ा-कचरा फेंकने की जगह) किसी ‘टाइम बम’ की तरह हैं क्योंकि वहां लगातार मीथेन जैसी घातक गैस उत्पन्न होती है जिससे विस्फोट होने का लगातार खतरा बना हुआ है।
गोयल ने कहा, ‘यह चिंता का विषय है कि इस तरह की घटनाएं अन्य जगहों पर भी हो रही हैं और जहां कहीं भी कचरे का प्रबंधन नहीं हो रहा है वहां इसकी आशंका बनी हुई है।’
उन्होंने कहा, ‘कचरे के ढेर के आकार और घनी आबादी वाले इलाके में इसके स्थान को देखते हुए दिल्ली में स्थिति अधिक गंभीर हो सकती है। इसके लिए संबंधित विभागों की एक बहु-विभागीय समिति के गठन और प्रशासन द्वारा उच्च स्तर पर एक जिम्मेदार और त्वरित कार्रवाई किए जाने की आवश्यकता है।’