सुरेश एस डुग्गर
जम्मू, 23 मई
सुरक्षाबलों को आज दो बड़ी कामयाबियां मिली हैं। एक मामले में उन्होंने एक सरपंच की हत्या में शामिल 3 आतंकियों को पकड़ा तो टीआरएफ के उन दो आतंकियों को भी दबोचा जो अमरनाथ यात्रा पर हमले की योजना बना रहे थे। पांचों आतंकियों से बड़ी मात्रा में हथियार व गोला बारूद बरामद हुआ है।
अधिकारियों ने बताया कि बारामूला के पट्टन के गोशबुग इलाके में करीब एक माह पहले आतंकवादियों ने एक सरपंच की हत्या कर दी थी। आज सोमवार को बड़गाम पुलिस ने दावा किया कि उन्होंने इस हत्या में शामिल लश्कर-ए-तैयबा के तीनों आतंकवादियों को उनके सहयोगी के साथ गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आतंकवादियों से भारी मात्रा में हथियार व गोलाबारूद भी बरामद हुआ है।
सरपंच की हत्या की जांच कर रहे एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि 15 अप्रैल को आतंकवादियों ने गोशबुग के सरपंच मंजूर अहमद बंगरू की हत्या कर दी थी। हत्या के बाद से ही पुलिस हत्यारों की तलाश कर रही थी। इसी जांच के दौरान उन्हें तीन संदिग्धों के बारे में सूचना मिली जो आतंकवादी गतिविधियों में शामिल रह चुके हैं। सूचना के आधार पर तीनों संदिग्धों नूर मोहम्मद यातू, मोहम्मद रफीक पारे और आशिक हुसैन परे को गिरफ्तार कर लिया गया। ये तीनों गोशबुग पट्टन के ही रहने वाले थे।
इस बीच अमरनाथ यात्रा के दौरान आतंकी हमले करने की धमकी दे रहे लश्कर-ए-तैयबा के सहयोगी संगठन द रेसिस्टेंस फ्रंट के दो आतंकवादियों को पुलिस ने भारी मात्रा में हथियारों के साथ गिरफ्तार किया है। दोनों आतंकियों को जिंदा गिरफ्तार कर लिया। जब वहां तलाशी ली गई तो पुलिस ने वहां से 15 पिस्तौल, 30 मैगजीन, 300 राउंड, एक साइलेंसर, कुछ ग्रेनेड व अन्य आपत्तिजनक सामग्री प्राप्त की। प्राथमिक पूछताछ में यह पता चला है कि इन दोनों आतंकवादियों को क्षेत्र में टारगेट किलिंग का काम सौंपा गया था। ये दोनों आतंकी यहां बैठ यही योजना बना रहे थे।