ट्रेंडिंगमुख्य समाचारदेशविदेशखेलबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाबहरियाणाफीचरसंपादकीयआपकी रायटिप्पणी

पहलगाम हमले के ‘मास्टरमाइंड’ समेत 3 आतंकवादी ढेर

श्रीनगर में सुरक्षाबलों का ‘ऑपरेशन महादेव’
श्रीनगर में सोमवार को मुठभेड़ के बाद सुरक्षाकर्मी क्षेत्र में गश्त करते हुए।-प्रेट्र
Advertisement

श्रीनगर के बाहरी इलाके के वन क्षेत्र में सुरक्षाबलों ने सोमवार को पहलगाम आतंकवादी हमले के कथित मास्टरमाइंड और उसके दो साथियों को मार गिराया। अधिकारियों ने बताया कि 22 अप्रैल के पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड माना जा रहा सुलेमान शाह उर्फ आसिफ उस समय मारा गया, जब सुरक्षा बलों ने एक तकनीकी संकेत मिलने के बाद ‘ऑपरेशन महादेव’ नामक अभियान शुरू किया। यह तकनीकी संकेत एक ऐसे सैटेलाइट फोन के इस्तेमाल का इशारा कर रहा था, जिसका उपयोग पहलगाम हमले के हमलावरों ने भी किया था। अधिकारियों के मुताबिक, मारे गये अन्य आतंकवादियों की पहचान जिबरान और हमजा अफगानी के रूप में हुई है। जिबरान पिछले साल अक्तूबर में सोनमर्ग सुरंग परियोजना पर हुए हमले में शामिल था, जिसमें एक डॉक्टर समेत सात लोग मारे गए थे। अधिकारियों ने बताया कि खुफिया जानकारी के आधार पर, क्षेत्र में आतंकवादियों के एक अन्य समूह की मौजूदगी की आशंका के चलते सेना और अन्य सुरक्षाबलों की अतिरिक्त टुकड़ियां वहां भेजी गई हैं। मुठभेड़ स्थल से एम4 कार्बाइन राइफल, दो एके राइफल और अन्य हथियार बरामद किए गए हैं।

 

Advertisement

ऑपरेशन सिंदूर दबाव में रोकने का आरोप निराधार : राजनाथ

नयी दिल्ली (एजेंसी) : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर को तीनों सेनाओं के समन्वय का बेमिसाल उदाहरण बताते हुए कहा कि यह कहना गलत और निराधार है कि इस अभियान को किसी दबाव में आकर रोका गया था। राजनाथ ने लोकसभा में ‘ऑपरेशन सिंदूर' पर विशेष चर्चा की शुरुआत करते हुए यह भी कहा कि पाकिस्तान की तरफ से सैन्य अभियान महानिदेशक (डीजीएमओ) के स्तर पर संपर्क कर आग्रह किया गया था कि अब कार्रवाई रोक दी जाए। पहलगाम हमले के बाद भारत को विदेश से समर्थन नहीं मिलने के विपक्ष के दावों को खारिज करते हुए विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के 193 सदस्यों में से पाकिस्तान और तीन अन्य देशों को छोड़कर सभी ने ऑपरेशन सिंदूर का समर्थन किया था। लोकसभा में चर्चा में भाग लेते हुए जयशंकर ने कहा कि देश ने कोई बाहरी मध्यस्थता स्वीकार नहीं की और परमाणु ब्लैकमेलिंग के आगे नहीं झुका। लोकसभा में कांग्रेस के उप नेता गौरव गोगोई ने कहा, सरकार को बताना चाहिए कि पहलगाम में 26 निर्दोष नागरिकों की हत्या करने वाले आतंकवादी अब तक गिरफ्त से बाहर क्यों हैं और ‘ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान कितने विमान गिरे थे। कांग्रेस सांसद ने यह भी कहा कि पहलगाम आतंकी हमले में सुरक्षा चूक की नैतिक जिम्मेदारी गृह मंत्री अमित शाह को लेनी चाहिए। उन्होंने सरकार से सवाल किया, ‘पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) को अब वापस नहीं लेंगे तो कब लेंगे?'उन्होंने कहा, ‘राजनाथ सिंह जी ने बहुत सी सूचनाएं दी, लेकिन रक्षा मंत्री होने के नाते यह नहीं बताया कि पहलगाम में आतंकी कैसे आ गए?'

Advertisement