आतंकियों से संबंध के आरोप में पुलिसकर्मी समेत 3 कर्मी बर्खास्त
जम्मू, 15 फरवरी (एजेंसी)
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने जेल में बंद एक पुलिसकर्मी सहित तीन सरकारी कर्मचारियों को आतंकवादियों से उनके कथित संबंधों को लेकर शनिवार को बर्खास्त कर दिया। बर्खास्त कर्मियों की पहचान पुलिस कांस्टेबल फिरदौस अहमद भट, स्कूल शिक्षा विभाग के शिक्षक मोहम्मद अशरफ भट और वन विभाग के अर्दली निसार अहमद खान के रूप में हुई है। उन्हें वर्ष 2000 में नेशनल कॉन्फ्रेंस के एक मंत्री की हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया था। अधिकारियों ने कहा कि उपराज्यपाल ने कानून प्रवर्तन और खुफिया एजेंसियों द्वारा जांच के बाद तीनों कर्मचारियों की सेवाओं को समाप्त करने के लिए संविधान के अनुच्छेद 311 (2) (सी) का इस्तेमाल किया। केंद्र शासित प्रदेश में आतंकवादियों से संबंध रखने के कारण पिछले कुछ वर्षों में 70 से अधिक सरकारी कर्मचारियों को उपराज्यपाल द्वारा नौकरी से निकाला गया है। अधिकारियों ने बताया कि बर्खास्त पुलिसकर्मी को पिछले साल मई में गिरफ्तार किया गया था। वह 2005 में एसपीओ नियुक्त हुआ और 2011 में कांस्टेबल के रूप में पदोन्नत हुआ। उसने आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के लिए काम करना शुरू कर दिया।
गुनाह साबित होने तक हर व्यक्ति निर्दोष : उमर : जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने तीन सरकारी कर्मचारियों को मनमाने ढंग से बर्खास्त करने पर सवाल उठाते हुए कहा कि कानून की नजर में अदालत में गुनाह साबित होने तक हर आरोपी व्यक्ति निर्दोष है। पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने भी कर्मचारियों की बर्खास्तगी को मनमाना करार दिया।