बेंगलुरू, 4 दिसंबर (एजेंसी) कर्नाटक के बेंगलुरु स्थित केम्पेगौड़ा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (केआईए) ने शनिवार को कहा कि कोरोना वायरस के ‘ओमीक्रॉन’ स्वरूप के बाद नए नियमों के अनुसार बिना जोखिम वाले देशों से पहुंचने वाले दो प्रतिशत लोगों को औचक कोविड जांच से गुजरना होगा। हवाई अड्डे का प्रबंधन देखने वाली कंपनी बेंगलुरु अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा लिमिटेड (बीआईएएल) ने एक ट्वीट में कहा, ‘अंतर्राष्ट्रीय यात्रा दिशानिर्देशों के अनुसार, जो देश जोखिम वाले देशों की सूची में शामिल नहीं हैं, वहां से आने वाले यात्रियों में से दो प्रतिशत को आगमन पर हवाई अड्डे पर औचक (कोविड) परीक्षण से गुजरना होगा।’ ‘ओमीक्रॉन’ से दुनियाभर में चिंता के बीच भारत सरकार ने 30 नवंबर को कुछ नए दिशानिर्देश जारी किए थे, जिनमें कहा गया है कि जोखिम सूची से बाहर के देशों के यात्रियों को हवाई अड्डे से बाहर जाने की अनुमति दी जाएगी और आगमन के बाद उन्हें 14 दिन के लिए अपने स्वास्थ्य की स्वयं निगरानी करनी होगी।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।