मुख्य समाचारदेशविदेशहरियाणाचंडीगढ़पंजाबहिमाचलबिज़नेसखेलगुरुग्रामकरनालडोंट मिसएक्सप्लेनेरट्रेंडिंगलाइफस्टाइल

1947 Speech : जयराम रमेश ने किया ऐतिहासिक भाषण का गुणगान, कहा - नेहरू की ज़ुबानी आजादी का सपना

नेहरू का 14 अगस्त, 1947 का भाषण 20वीं सदी के सबसे उत्कृष्ट हिंदुस्तानी भाषणों में से एक: रमेश
Advertisement

1947 Speech : कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने स्वतंत्रता दिवस की पूर्वं संध्या पर पंडित जवाहरलाल नेहरू द्वारा दिए गए भाषण का उल्लेख करते हुए बुधवार को कहा कि यह 20वीं सदी के सबसे उत्कृष्ट हिंदुस्तानी भाषणों में से एक है। रमेश ने ‘एक्स' पर पोस्ट किया कि काफी समय बाद संविधान सभा की बहसों को दोबारा पढ़ने पर एक लगभग अज्ञात तथ्य सामने आया है।

उन्होंने लिखा कि संविधान सभा की बैठक 14 अगस्त 1947 की रात 11 बजे शुरू हुई थी। यह वही ऐतिहासिक सत्र था, जो जवाहरलाल नेहरू के प्रसिद्ध भाषण ‘किस्मत से एक बाजी लगाई थी' की वजह से अमर हो गया। यह सर्वविदित है कि जवाहरलाल नेहरू ने यह भाषण संविधान सभा के अध्यक्ष डॉ. राजेंद्र प्रसाद के संबोधन के बाद दिया था।

Advertisement

उनका कहना है कि अभिलेखों से पता चलता है कि इसके अलावा भी कुछ ऐसा हुआ था, जिस पर उस ऐतिहासिक भाषण के प्रभाव के कारण पर्याप्त ध्यान नहीं जा पाया था। डॉ. राजेंद्र प्रसाद के बोलने के बाद, जवाहरलाल नेहरू ने शुरुआती लगभग छह मिनट तक हिंदुस्तानी में भाषण दिया था। इसके बाद ही उन्होंने लगभग आठ मिनट का ‘किस्मत से बाजी लगाने' वाला भाषण अंग्रेजी में दिया, जो इतिहास बन गया।

जयराम रमेश ने कहा कि जवाहरलाल नेहरू का वह हिंदुस्तानी भाषण बेहद काव्यात्मक था और उसमें ‘किस्मत से बाजी लगाने' के सार को अत्यंत सुंदर ढंग से व्यक्त किया गया था। अपने आप में, यह 20वीं सदी के सबसे उत्कृष्ट हिंदुस्तानी भाषणों में से एक है। सौभाग्य से, इस भाषण का पाठ (लिखित रूप से) और उसका ऑडियो रिकॉर्ड -दोनों ही आज उपलब्ध हैं।

Advertisement
Tags :
1947 SpeechConstituent AssemblyDainik Tribune Hindi NewsDainik Tribune newsHindi NewsIndependence DayJairam Rameshlatest newsPandit Jawaharlal Nehruकांग्रेसदैनिक ट्रिब्यून न्यूजहिंदी समाचार
Show comments