मध्य प्रदेश के CM के काफिले की 19 कार हुई अचानक बंद, लगाना पड़ा धक्का, जांच में चौकाने वाला खुलासा
चंडीगढ़, 27 जून (वेब डेस्क)
Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के काफिले में बड़ी सुरक्षा चूक सामने आई है। मुख्यमंत्री ‘रीजनल इंडस्ट्री, स्किल एंड एम्प्लायमेंट कॉन्क्लेव (MP RISE)’ में शामिल होने रतलाम जा रहे थे। इसी दौरान उनके काफिले की 19 गाड़ियां अचानक एक के बाद एक बंद हो गईं। जब इसकी जांच की गई तो चौंकानी का खुलासा हुआ। दरअसल, इन वाहनों में जिस डीजल को भरवाया गया था, उसमें भारी मात्रा में पानी मिला हुआ था।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मामला वीरवार रात का है। सीएम का काफिला रतलाम शहरी सीमा के डोसीगांव स्थित शक्ति फ्यूल्स पेट्रोल पंप पर रुका और डीजल भरवाया। कुछ ही दूरी तय करने के बाद एक-एक कर सभी गाड़ियां बंद हो गईं, जिन्हें धक्का देकर सड़क किनारे खड़ा करना पड़ा।
सूचना मिलते ही अधिकारी मौके पर पहुंचे। जांच में पाया गया कि जिन गाड़ियों में 20 लीटर डीजल डलवाया गया था, उनमें से करीब 10 लीटर तक पानी निकला। यह स्थिति लगभग सभी वाहनों में देखने को मिली। वहीं, एक ट्रक ड्राइवर ने भी 200 लीटर डीजल भरवाया था, जिसकी गाड़ी भी कुछ दूरी पर ही बंद हो गई।
हालांकि पंप प्रबंधकों का कहना है कि संभवतः बारिश के कारण पेट्रोल टैंक में पानी का रिसाव हुआ होगा। प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए संबंधित पेट्रोल पंप को रातों-रात सील कर दिया और मामले की रिपोर्ट वरिष्ठ अधिकारियों को भेजी गई। घटना के बाद इंदौर से नई गाड़ियों की व्यवस्था कर सीएम के काफिले को रतलाम रवाना किया गया।
वहीं, इसको लेकर विपक्षी कांग्रेस ने सरकार पर निशाना साधा। कांग्रेस सेवा दल ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा, यह है “डबल इंजन सरकार” की डबल क्वालिटी व्यवस्था! मध्यप्रदेश के रतलाम में सीएम के काफिले की 19 गाड़ियों में डीज़ल की जगह पानी भर दिया गया! अब सोचिए, आम जनता के साथ क्या होता होगा? करोड़ों की गाड़ियां, VIP सिक्योरिटी, और फिर भी इतना बड़ा फेलियर! सवाल ईंधन का नहीं, सिस्टम की निकम्मी हालत का है। अब पंप सील हो गया, पर जवाबदेही कौन लेगा? जो खुद सुरक्षित नहीं, वो जनता का हाल कैसे सुधारेगा?
कांग्रेस नेता बीवी श्रीनिवास ने भी तंज कसा, लिखा मध्यप्रदेश में गजब हो गया, मुख्यमंत्री मोहन यादव के काफिले में 19 इनोवा गाड़ियों में डीजल की जगह पानी भर दिया गया! गाड़ियां एक-एक कर दम तोड़ती रहीं। जब सीएम का ये हाल है, तो डबल इंजन की सरकार में आम जनता की गाड़ी कैसे चलती होगी, कल्पना से परे है।