11 को लील गयी आसमानी आफत
बादल फटने, भूस्खलन से भारी तबाही, जम्मू-कश्मीर, पंजाब और हिमाचल प्रदेश में लगातार बरप रहा है कहर
लगातार हो रही बारिश ने जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब और उत्तराखंड में भी भारी तबाही मचाई है। नदियां उफान पर हैं, कई इलाके जलमग्न हैं और आगे भी आसमानी आफत का खतरा बरकरार है। इस बीच, जम्मू-कश्मीर के रियासी और रामबन जिलों में दूरदराज के गांवों में भारी बारिश के कारण बादल फटने और भूस्खलन की दो घटनाओं में एक ही परिवार के सात सदस्यों सहित 11 लोगों की मौत हो गई। रियासी जिले में त्रिकुटा पहाड़ियों पर स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर की तीर्थयात्रा शनिवार को पांचवें दिन भी स्थगित रही। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने अधिकारियों को स्थिति पर चौबीसों घंटे नजर रखने और जोखिम वाले क्षेत्रों से लोगों को समय पर निकालने का निर्देश दिया है। जम्मू क्षेत्र में इस सप्ताह की शुरुआत में हुई रिकॉर्ड बारिश ने भारी तबाही मचाई है। रामबन जिले के खूनी नाला क्षेत्र में बृहस्पतिवार को भारी बारिश के कारण भूस्खलन हुआ। रियासी के माहोरे के बद्दर गांव में शनिवार तड़के भूस्खलन से एक मकान ढहने से एक ही परिवार के सात सदस्यों की मौत हो गई। सातों सदस्यों के शव बरामद कर लिए गए हैं। मरने वालों में 5 बच्चे और एक महिला शामिल है। रामबन जिले के एक सुदूर गांव में बादल फटने से दो भाइयों समेत चार लोगों की मौत हो गई, जबकि एक अन्य महिला लापता है। स्थानीय स्वयंसेवकों, पुलिस और एसडीआरएफ सहित बचावकर्मियों ने तलाश अभियान चलाया और मलबे के नीचे से चार लोगों के शव बरामद किए। बादल फटने से अचानक आई बाढ़ में दो मकान और एक स्कूल बह गया। इस बीच, मौसम विभाग ने कई इलाकों के लिए अलर्ट जारी किया है।
सैकड़ों गांव जलमग्न, लाखों लोग प्रभावित
पंजाब के सैकड़ों गांव जलमग्न हैं। सतलुज नदी में उफान के कारण आई बाढ़ से अकेले फिरोजपुर के लगभग 100 गांव बुरी तरह प्रभावित हुए हैं तथा जिला प्रशासन, सेना, बीएसएफ, एनडीआरएफ और पंजाब पुलिस चौबीसों घंटे बचाव एवं राहत अभियान चला रहे हैं। उधर, हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के रामपुर क्षेत्र के दो गांवों में भूस्खलन से दो व्यक्ति घायल हो गए और पांच घर क्षतिग्रस्त हो गए। सिरमौर जिले में बारिश ने भारी तबाही मचाई है। दोनों राज्यों में हजारों एकड़ में फसल डूब गयी है। पंजाब के कई जिलों के गांव भीषण बाढ़ की चपेट में हैं क्योंकि हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में सतलुज, व्यास और रावी नदियां अपने जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण उफान पर हैं।