निर्मला मिश्रा
फिल्म का निर्देशक ही फिल्म का कैप्टन होता है, सब कुछ उसी के दिशा-निर्देश पर तय होता है। अब जरा सोचिये, फिल्म का शेड्यूल फिक्स होने के बाद अगर निर्देशक ही शूटिंग पर न पहुंचे तो ऐसे निर्देशक को क्या कहा जायेगा? अचानक कोई हादसा हो जाये तो बात समझ में आती है, लेकिन जब बाद में पता चलता है कि उसने कोई बहाना बनाया है तो लोग उसके बारे में क्या सोचेंगे। शाहरुख खान की फिल्म ‘पहेली’ की शूटिंग राजस्थान के उदयपुर में होनी थी ,जहां पर ऊंट वाला सीक्वेंस फिल्माया जाना था। ऐन मौके पर फिल्म के निर्देशक अमोल पालेकर पैर में सूजन का बहाना बनाकर शूटिंग पर जब नहीं पहुंचे तो शाहरुख़ खान ने खुद ही वह सीक्वेंस शूट किया। बाद में पता चला कि अमोल पालेकर के पैर में सूजन नहीं थी,बल्कि वह भयंकर गर्मी की वजह से शूटिंग पर नहीं आये।
रानी मुखर्जी ने फिल्म को छोड़ने का बनाया मन
फिल्म पहेली के निर्देशक अमोल पालेकर की बीवी संध्या गोखले शूटिंग के दौरान काफी हस्तक्षेप करती थीं, जिससे यूनिट का हर मेंबर परेशान रहता था। रानी मुखर्जी को भी वह काफी परेशान करती थीं,जिसकी वजह से रानी मुखर्जी हर दूसरे दिन सेट पर रोती थीं। संध्या गोखले का हस्तक्षेप इतना बढ़ गया कि रानी मुखर्जी ने फिल्म छोड़ने का मन बना लिया। फिर भूतनाथ के निर्देशक विवेक शर्मा जो उन दिनों शाहरुख़ खान के बहुत क्लोज़ थे, उनके समझाने पर रानी मुखर्जी ने फिल्म छोड़ने का इरादा बदल दिया। इससे पहले भी रानी मुखर्जी राजस्थान की पृष्ठभूमि की फिल्म होने के कारण डायलॉग बोलने में काफी असहज थीं क्योंकि फिल्म के डायलॉग राजस्थानी टोन में थे। शूटिंग के 2-3 दिन तक तो उन्हें डायलॉग बोलने में काफी परेशानी हुई ,लेकिन उसके बाद उन्होंने राजस्थानी टोन पकड़ ली और फटाफट डायलॉग बोलने लगीं। 2005 में रिलीज हुई यह फिल्म ऑस्कर में जाते-जाते रह गयी। इस फिल्म की कहानी राजस्थान के मशहूर कथाकर विजयदान देथा ने लिखी थी। विजयदान देथा राजस्थान के प्रसिद्ध लेखक और पद्मश्री पुरस्कार प्राप्त व्यक्ति थे। उन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार और साहित्य चूड़ामणि पुरस्कार जैसे विभिन्न पुरस्कारों से भी सम्मानित किया जा चुका है। ‘पहेली’ में शाहरुख़ खान के अलावा अमिताभ बच्चन, रानी मुखर्जी, सुनील शेट्टी, अनुपम खेर जैसे दिग्गज कलाकार थे।