ए.चक्रवर्ती
यशराज बैनर की खोज वाणी कपूर इन दिनों बहुत खुश हैं। जहां उनकी फिल्म बेलबाॅटम जल्द रिलीज़ होगी। वहीं अक्षय के साथ वासु भगनानी की उन्हें एक और फिल्म मिली है। इसके अलावा उनकी दो और फिल्में शमशेरा और ‘चंडीगढ़ करे आशिकी’ भी रिलीज़ के इंतज़ार में है। मगर उनकी खुशी की सबसे बड़ी वजह यह है कि अब उन्हें यशराज बैनर के अलावा भी फिल्मों के ऑफर मिल रहे हैं। वाणी बहुत दिनों से यह चाहती थी। वैसे इधर वह अपने रोल को लेकर ज्यादा माथापच्ची नहीं कर रही हैं। नयी फिल्म ‘बेलबाॅटम’ में वह भले ही अक्षय की हीरोइन है, पर इसमें लारा दत्ता और हुमा कुरैशी का भी अहम रोल है। ताज़ा मुलाकात में वह कहती हैं- ‘फिलहाल तो मैं ऐसी छोटी-छोटी खुशियों को पूरा एंजॉय कर रही हूं। बड़ी खुशियां भी जल्द आएंगी।’
नीना गुप्ता की खुशी
उम्रदराज नीना गुप्ता के चेहरे पर आज एक विजयी मुस्कान है। अभी हाल में उन्हें फिल्म ‘गुडबाॅय’ में अमिताभ बच्चन की पत्नी का रोल करने को मिला है। वर्षों बाद ही सही इस बेहद उम्दा अभिनेत्री को बाॅलीवुड में शानदार पहचान मिली है। वरना इससे पहले कुछ खास तरह की फिल्मों में उनके अभिनय की तारीफ होती थी। सभी जानते हैं ऐसी फिल्में कितने बड़े दर्शक वर्ग तक पहुंचती हैं। मगर कई सालों बाद ‘बधाई हो’ के चमत्कार से तो सब वाकिफ हैं। लिहाज़ा इस समय डायल-100, ग्वालियर आदि उनकी कुछ फिल्में भी फ्लोर पर हैं। जाहिर है नीना बहुत व्यस्त हैं। पिछले दिनों एक छोटी-सी फिल्म ‘सरदार का ग्रैंडसन’ में सरदार कौर की शानदार भूमिका में उनके दबदबे की खूब तारीफ हुई।
गलतियों से सबक ले रहे सलमान
फिल्म ‘राधे’ की नाकामी के बाद अपनी कई पुरानी गलतियों से उन्होंने गहरा सबक लिया है। खबर है कि इन दिनों उनकी फ्लोर पर जा चुकी फिल्म ‘टाइगर-3’ की स्क्रिप्ट पर फिर उनके पिता सलीम खान की देख-रेख में री-वर्क हो रहा है। सलीम एक दौर के चर्चित स्क्रिप्ट राइटर रह चुके हैं। यही नहीं सलमान ने यह घोषणा कर दी है कि वह भविष्य में किसी विदेशी कहानी के सम्मोहन में न पड़कर साउथ की फिल्मों पर ज्यादा ध्यान देंगे। इसमें तो कोई शक नहीं है कि इन दिनों सलमान के स्टारडम को तगड़ा झटका लगा है। दूसरी ओर कई आलोचक ऐसे भी हैं जो मानते हैं कि सलमान में अभी भी बहुत दमखम है। इसी दमखम के सहारे सल्लू एक नया दांव लगा सकते हैं।
खुद को संभाल लिया है कार्तिक आर्यन ने
कार्तिक आर्यन की नयी फिल्म ‘सत्यनारायण की कथा’ की घोषणा के साथ इसके 2022 की रिलीज़ डेट की घोषणा भी कर दी गई है। नये निर्देशक समीर विधवान की इस फिल्म के निर्माता हैं साजिद नाडियाडवाला। इसमें उनकी हीरोइन हैं श्रद्धा कपूर। इस फिल्म की घोषणा के साथ ही कार्तिक के करिअर को मानो नया जीवनदान मिला है। करण जौहर की फिल्म ‘दोस्ताना-2’ से उन्हें जिस तरह से निकाला गया और उनके खिलाफ जो एक निंदक अभियान चला, उसके बावजूद कार्तिक ने बहुत समझदारी और शालीनता का परिचय दिया। कार्तिक ने पूरे बाॅलीवुड को यह जतला दिया कि वह बाॅलीवुड में सिर्फ काम करना चाहते हैं। विवादों से उनका वास्ता नहीं है। पिछले पंद्रह-बीस दिन के अंदर उन्हें कुछ नयी फिल्मों के लिए याद किया गया है। जिनमें एकता कपूर की फिल्म के अलावा साजिद की यह फिल्म भी है। इसके अलावा कार्तिक की एक फिल्म ‘भूल भुलैया-2’ की शूटिंग ने भी रफ्तार पकड़ ली है तो नेटफ्लिक्स पर उनकी ‘धमाका’ के रिलीज़ की तैयारी हो रही है।
परिणीति के दिल के अरमां
परिणीति चोपड़ा की वर्तमान हालत को देखकर सिर्फ एक बात जेहन में आती है, दिल के अरमां आंसुओं में बह गए। यशराज फिल्म्स के बड़े प्लेटफॉर्म के ज़रिये उन्होंने फिल्मों में जोरदार दस्तक दी। यशराज के एक पाॅवरफुल शख्स मनीष शर्मा ने उनका बहुत साथ दिया। पर वह बेहद सतही निर्देशक हैं इसलिए उनका साथ परिणीति के लिए ज्यादा फायदेमंद साबित नहीं हुआ। अपने दस साल के करिअर में उन्होंने करीब 25 फिल्मों में काम किया। इनमें से कुछ फिल्में जबरदस्त हिट भी रही। पर बात वहीं ढाक के तीन पात। बहन प्रियंका ने भी उन्हें खूब सपोर्ट किया। कुल मिलाकर कुछ लोगों के सपोर्ट के चलते वह लगातार फिल्मों के छोटे-छोटे रोल में फिट होती रहीं। पर उनके हिस्से में कोई भी खास कामयाबी कभी नहीं आई। बीते दिनों रोहित शेट्टी के ऑफिस में उन्हें देखा गया। शायद ‘गोलमाल अगेन’ के बाद उनकी इस अगली फ्रेंचाइची फिल्म में वह मौका देख रही हैं।
बोमन की यादों में मां…
बोमन ईरानी हमेशा की तरह व्यस्त हैं। दिल का हीरा यह व्यक्ति फिल्म इंडस्टी में अपनी व्यवहार कुशलता की वजह से भी सबको बहुत पसंद है। यही वजह है कि बड़े निर्माता कुछ खास रोल लेकर उनके पास ही आते हैं। पिछले दिनों उनकी 94 वर्षीय मां जेरबानू ईरानी निद्रावस्था में ही उन्हें छोड़कर चली गईं। बोमन शुरू से ही अपनी मां के बहुत करीब थे। उनकी मां 32 साल की अल्प उम्र में ही विधवा हो गईं थी। बोमन ने अपने पिता का चेहरा नहीं देखा। उनकी मां ने उनके लिए बहुत त्याग किया। अपनी मां के त्याग और स्नेह का जिक्र उन्होंने एक-दो बार विस्तार से किया था। उनकी मां को फिल्म देखने का बहुत शौक था। फिल्मों के प्रति उनका शौक भी मां की वजह से ही हुआ। अपनी मां के बारे में बताते समय बोमन बहुत भावुक हो जाते हैं। वह कहते हैं कि मां हमेशा उनकी यादों में बसी रहेंगी।