निर्मला मिश्रा
अजय देवगन एक्टर के साथ साथ डायरेक्टर भी बन गए हैं। उन्होंने फिल्म रनवे -34 का निर्देशन किया है। इस फिल्म में अजय देवगन ने भी एक्टिंग की है। उनके अलावा इस फिल्म में अमिताभ बच्चन, रकुल प्रीत सिंह, बोमन ईरानी और आकांक्षा सिंह की मुख्य भूमिका है। इस फिल्म की कहानी 2015 की जेट एयरवेज की दोहा -कोच्चि फ्लाइट की सच्ची घटना पर आधारित है जब बहुत ही कम विजिबिलिटी रहने के बावजूद पायलट ने जोखिम उठाते हुए प्लेन को एयरपोर्ट पर लैंड किया था। अजय देवगन इससे पहले 2008 में फिल्म ‘यू मी और हम’ और 2016 में ‘शिवाय’ का निर्देशन कर चुके हैं। शिवाय का निर्माण बड़े ही भव्य स्तर पर हुआ था। ये दोनों फ़िल्में कमर्शियली हिट नहीं हुई थीं। इन दोनों फिल्मों में अजय देवगन का काफी नुकसान हुआ था।
अजय देवगन को निर्देशक बनने का शौक बचपन से ही था। जब वह 8-9 साल थे, तब फिल्में एडिट करते थे। उनके पिता वीरू देवगन बॉलीवुड में बड़े एक्शन डायरेक्टर थे। जब वीरू देवगन अपने एक्शन सीन एडिट कर रहे होते थे तो अजय देवगन उनको असिस्ट करते थे। उन दिनों एक्शन दृश्यों को एडिट करना इतना आसान नहीं होता था। क्योंकि तब डिजिटल पर फ़िल्में एडिट नहीं होती थी। जब अजय देवगन 12-13 साल के हुए तब उनके पिता वीरू देवगन ने उन्हें एक कैमरा खरीदकर दे दिया था. जिससे वह वीडियो फिल्में शूट किया करते थे। अजय देवगन ने विक्रम भट्ट के साथ मिलकर एक वीडियो डायरेक्ट किया जिसमें बॉबी देओल ने काम किया था। इसकी शूटिंग खंडाला में की गई थी। इसी तरह उन्होंने एक और वीडिओ बनाया था जिसमें अतुल अग्निहोत्री ने काम किया था। बाद में मुंबई के मीठी बाई कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद वह शेखर कपूर के साथ सहायक निर्देशक के रूप में काम करने लगे। इसी दौरान उनकी मुलाकात कुक्कू कोहली से हुई,जो उन दिनों ‘फूल और कांटे’ का निर्माण करने जा रहे थे। उन्हें एक ऐसे हीरो की तलाश थी जो रूमानी भूमिका के साथ-साथ एक्शन सीन भी कर सके। यहां से उन्होंने बतौर हीरो फिल्मों में अपने करिअर की शुरुआत की। उसके बाद कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
खतरों का खिलाड़ी
अक्षय कुमार ने अपने करिअर में एक से बढ़कर एक सफल फिल्मों में काम किया है। ज्यादातर एक्शन सीन में तो उन्हें महारत हासिल है। अपनी फिल्मों के खतरनाक से खतरनाक स्टंट सीन अक्षय कुमार खुद ही करते हैं जिसके लिए उनकी काफी सराहना भी हुई है। 1998 में अक्षय कुमार निर्देशक महेश भट्ट की फिल्म ‘अंगारे’ में काम कर रहे थे। इस फिल्म के बहुत सारे खतरनाक स्टंट सीन अक्षय कुमार ने खुद किये। इस फिल्म का एक खतरनाक सीन मुंबई के वर्सोवा इलाके में फिल्माया गया जिसे अक्षय कुमार ने खुद किया। हालांकि फिल्म के निर्माता नहीं कहते थे कि वह सीन खुद अक्षय कुमार करें, क्योंकि अगर अक्षय कुमार को कुछ हो जाता तो फिल्म की शूटिंग रुक जाती और निर्माता का काफी नुकसान होता। जब अक्षय कुमार ने वह खतरनाक सीन खुद किया तो यूनिट के साथ-साथ वहां पर शूटिंग देख रहे दर्शकों ने उनके सीन की खूब तारीफ की। सीन करने के बाद जब अक्षय कुमार फिल्म के निर्देशक महेश भट्ट के पास आये तो उन्हें लगा कि महेश भट्ट भी तारीफ करेंगे। महेश भट्ट ने भी उनके एक्शन सीन की तारीफ तो की लेकिन साथ ही ये भी कहा कि एक्टिंग कब करोगे।
दरअसल ‘अंगारे’ फिल्म का एक खतरनाक सीन था कि 46वीं मंजिला बिल्डिंग से दूसरी बिल्डिंग तक अक्षय कुमार को छलांग लगानी थी। फिल्म के एक्शन डायरेक्टर अकबर बक्शी ने सीन फिल्माने की सारी तैयारी कर ली। प्लान था कि अक्षय कुमार वाला सीन किसी बॉडी डबल पर फिल्माया जायेगा, लेकिन अक्षय कुमार ने खुद वह सीन करने का फैसला किया। चूंकि फिल्म की शूटिंग आउटडोर वर्सोवा में हो रही थी, तो शूटिंग देखने वालों की भीड़ भी काफी जमा हो गयी। अक्षय कुमार का वह खतरनाक सीन देख रहे लोगों की सांसें थम गयीं, क्योंकि वह सीन इतना खतरनाक था कि जरा सी लापरवाही से कुछ भी हो सकता था। लेकिन अक्षय कुमार ने जब वह सीन शूट किया तो पूरा इलाका तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज गया।
अक्षय खुद इस बात का खुलासा कई बार कर चुके हैं कि बॉलीवुड में उनसे ज्यादा टैलेंटेड और हैंडसम एक्टर हैं, लेकिन अगर वे चल रहे हैं तो इसके पीछे उनका 100 प्रतिशत भाग्य है। इस बात में कोई शक नहीं कि आज की तारीख में अक्षय कुमार बहुत बड़े स्टार हैं, लेकिन जहां तक एक्टिंग की बात आती है तो उनके डायलॉग बोलने का अंदाज बहुत ही सामान्य होता है। लेकिन एक्शन सीन्स में उनका कोई जवाब नहीं ,उसमें तो वे खिलाड़ी हैं।