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शि‍मला में बनी फ‍िल्‍म 'अमर कालोनी' को टालिन ब्लैक नाइट्स विशेष जूरी पुरस्कार

श‍िमला : श‍िमला के रहने वाले फ‍िल्‍म निर्देशक सिद्धार्थ चौहान की 'अमर कॉलोनी' शिमला की पृष्‍ठभूम‍ि की थीम पर बनी फ‍िल्‍म है। 'अमर कालोनी' के निर्देशक सिद्धार्थ चौहान भी पहाड़ों और प्रकृत‍ि की दुन‍िया से जुड़े रहे हैं और उन्‍होंने...
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श‍िमला : श‍िमला के रहने वाले फ‍िल्‍म निर्देशक सिद्धार्थ चौहान की 'अमर कॉलोनी' शिमला की पृष्‍ठभूम‍ि की थीम पर बनी फ‍िल्‍म है। 'अमर कालोनी' के निर्देशक सिद्धार्थ चौहान भी पहाड़ों और प्रकृत‍ि की दुन‍िया से जुड़े रहे हैं और उन्‍होंने किरदारों के चयन में भी स्‍थानीयता के भावों से फि‍ल्‍म को समृद्ध करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है।

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सिद्धार्थ बताते हैं क‍ि शिमला में रहते हुए, फिल्म क्रू को रिज या मॉल रोड पर फिल्मों की शूटिंग करते हुए देखना बहुत सामान्य था। एक दिन स्कूल जाते समय मैंने एक विशाल जिब क्रेन को कैमरे में एक सुंदर छवि कैद करते देखा। इतने सारे लोग - काली पोशाक पहने, हाथों में सफेद जलती हुई मोमबत्तियां लिए हुए, प्रसिद्ध क्राइस्ट चर्च की ओर क्रमबद्ध पंक्तियों में चले जा रहे थे।

उन्होंने कहा कि छह साल पहले, मैं एक ऐसी जगह की तलाश में था जहां मैं अपनी लघु फिल्म के लिए एक सेट बना सकूं। तभी मुझे शिमला में ब्रिटिश काल की एक शानदार विरासत वाली इमारत का एक निर्जन - ताला लगा हुआ हिस्सा मिला, यह कभी 1905-06 में दिल्ली और लंदन बैंक का हिस्‍सा हुआ करता था। सीढ़ियां, ऊंचे गलियारे, बड़ी खिड़कियां, पुरानी लकड़ी के प्रयोग सहि‍त नि‍र्माण की हर शैली ने मुझे आकर्षित किया। आकर्षण इतना था कि मैंने वहां न केवल अपनी लघु फिल्म बनाई बल्कि एक फीचर फिल्म की कल्पना भी वहीं पर की। इस तरह अमर कॉलोनी का जन्म हुआ। अपने जीवन के 30 वर्ष वहां बिताने के बाद, मैं इसकी कल्पना कहीं और नहीं कर सकता था।

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