Singing By AI : गानों में AI के इस्तेमाल करने पर म्यूजिक कंपोजर AR Rahman का फूटा गुस्सा, कहा- ये तो ऑक्सीजन में जहर मिलाने जैसा...
मुंबई, 16 अप्रैल (भाषा)
A.R. Rahman : ऑस्कर पुरस्कार विजेता संगीतकार ए.आर रहमान का कहना है कि संगीत में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) के इस्तेमाल के अच्छे और बुरे दोनों पहलू हैं। अगर इसे नियंत्रित नहीं किया गया तो अराजकता फैल जाएगी।
उन्होंने कहा कि वह संगीत में नई तकनीक के इस्तेमाल के खिलाफ नहीं हैं। वास्तव में उन्होंने रजनीकांत अभिनीत फिल्म 'लाल सलाम' के एक गीत 'थिमिरी येझुदा' के लिए दिवंगत गायकों बंबा बाक्या और शाहुल हमीद की आवाज के लिए एक एआई सॉफ्टवेयर इस्तेमाल किया। हालांकि उन्होंने संगीतकारों के परिवार से उचित अनुमति लेकर ऐसा किया।
रहमान ने स्वीकार किया कि संगीत में एआई का उपयोग बेतहाशा बढ़ गया है। उन्होंने कहा कि कुछ गीत बहुत खराब हैं और उनमें लोकप्रिय गायकों की आवाज इस्तेमाल की गई है। इसके अच्छे और बुरे दोनों पहलू हैं। अच्छी चीजों का इस्तेमाल उन लोगों को सशक्त बनाने के लिए किया जाना चाहिए, जिन्हें कभी अपने विजन को अमल में लाने का मौका नहीं मिला।
इसका गलत इस्तेमाल करना हमारे लिए बुरा है। यह ऑक्सीजन में जहर मिलाने और उसे सांस के साथ अंदर लेने जैसा है। एआई प्रौद्योगिकी के नैतिक उपयोग के लिए नियम होना महत्वपूर्ण है। नियम होने चाहिए, जैसे कि कुछ चीजें आप नहीं कर सकते। जैसे, समाज में नैतिकता या व्यवहार के बारे में बात की जाती है, सॉफ्टवेयर और डिजिटल दुनिया में भी ऐसा होना चाहिए।”