Tribune
PT
About Us Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

RIP Manoj Kumar : जब मनोज कुमार ने घर-जमीन बेचकर बनाई थी फिल्म, 400 दिन तक रही थी थिएटर से चिपकी

RIP Manoj Kumar : जब मनोज कुमार ने घर-जमीन बेचकर बनाई थी फिल्म, 400 दिन तक रही थी थिएटर से चिपकी
  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
Advertisement

चंडीगढ़, 4 अप्रैल (ट्रिन्यू)

Advertisement

RIP Manoj Kumar : मनोज कुमार भारतीय फिल्म उद्योग के एक प्रसिद्ध अभिनेता और निर्माता थे, जिन्होंने कई शानदार फिल्मों में अभिनय किया और फिल्म इंडस्ट्री में अपनी एक अलग पहचान बनाई थी। उनका जन्म 24 जुलाई 1937 को हुआ था और वे 1960 और 1970 के दशकों में हिन्दी सिनेमा के सबसे प्रमुख सितारों में से एक माने जाते थे। उन्होंने "ऊंचा और नीचा", "धर्मात्मा", "दो रास्ते", "सच्चा झूठा", "पहचान", और "कश्मीर की कली" जैसी फिल्मों में अभिनय किया।

मगर, क्या आप जानते हैं कि एक बार मनोज कुमार ने एक बार फिल्म बनाने के लिए अपनी पर्सनल प्रॉप्टी बेच दी थी। जी हां, एक बार उन्होंने अपनी खुद की जायदाद बेचकर एक फिल्म बनाने का निर्णय लिया था। चलिए आपको बताते हैं यह दिलचस्प किस्सा...

हरिकृष्ण गोवर्धनलाल शर्मा था असली नाम

मनोज कुमार का जन्म 24 जुलाई 1937 को हुआ था, और उनका असली नाम हरिकृष्ण गोवर्धनलाल शर्मा था। उनका करियर हिंदी सिनेमा के सुनहरे दौर से जुड़ा हुआ है, जब वे एक अभिनेता, निर्देशक, निर्माता के रूप में चर्चित हुए। उनकी फिल्मों ने न केवल बॉक्स ऑफिस पर सफलता प्राप्त की, बल्कि दर्शकों के दिलों में भी अपनी एक खास जगह बनाई। मनोज कुमार की फिल्मों में देशभक्ति, समाजिक मुद्दों, और राष्ट्रीय एकता के संदेशों का समावेश होता था, जो उन्हें भारतीय सिनेमा में एक अलग पहचान दिलाता था।

जायदाद बेचने का साहसिक कदम

मनोज कुमार की सबसे प्रसिद्ध फिल्म क्रांति थी, जिसे उन्होंने अपनी जायदाद बेचकर बनाया था। यह फिल्म एक अद्भुत मिसाल पेश करती है कि किसी कलाकार को अपनी कला के प्रति कितना समर्पण और विश्वास होता है। दरअसल, 80 के दशक में बनी इस फिल्म का बजट महज 3 करोड़ था लेकिन शूटिंग के दौरान प्रोड्यूसर्स और कुछ मेकर्स ने पैसा लगाने से मना कर दिया।

सबसे महंगी फिल्मों में से एक

रिपोर्ट्स की मानें तो फिल्म पूरी करने के लिए मनोज कुमार ने अपने दिल्‍ली वाला बंगला बेच दिया था लेकिन फिर भी फिल्म बनाने के लिए पैसे कम पड़ रहे थे। ऐसे में मनोज कुमार ने अपना मुंबई के जुहू इलाके वाला प्लॉट भी बेच दिया। इस तरह क्रांति 19वीं शताब्दी की सबसे महंगी फिल्‍मों में से एक बन गई। वहीं, मनोज कुमार की मेहनत व कुर्बानी भी रंग लाई और फिल्म रिलीज होने के बाद ब्‍लॉकबस्‍टर साबित हुई।

400 दिनों तक थिएटर से चिपकी रही फिल्म

यही नहीं, यह फिल्म पूरे 400 दिनों तक थिएटर से चिपकी रही, जो अपने आप में ही एक रिकॉर्ड है। उस समय इस फिल्म ने वर्ल्‍डवाइड करीब 20 करोड़ रुपए का बिजनेस किया था। बता दें कि इस फिल्‍म में मनोज कुमार के अलावा दिलीप कुमार, हेमा मालिनी, शशि कपूर से लेकर प्रेम चोपड़ा, शत्रुघ्‍न सिन्हा और परवीन बॉबी जैसे बड़े कलाकार भी थे। फिल्म के गाने भी सुपरहिट रहें और आज तक लोगों की जुबान पर सुनने को मिल जाते हैं। इस फिल्म में 1825 और 1875 के बीच स्वतंत्रता के लिए संघर्ष को दिखाया गया है।

2 महीने में शूट किया गया था क्लाइमैक्स

फिल्म क्रांति ने उस समय 16 करोड़ का बिजनेस किया था और इसे पूरा करने में मेकर्स को करीब 2 साल लगे थे। दरअसल, फिल्म की भारी भरकम स्टारकास्ट के कारण फिल्म बनाने में देरी हुई। फिल्म में काम कर रहे सभी सुपरस्टार्स और मेकर्स को एक साथ डेट मिलने में काफी मशक्कत करनी पड़ती थी। फिल्म का सिर्फ क्लाइमैक्स ही करीब 2 महीने में शूट किया गया।

Advertisement
×