डॉ. ज्योति अरोड़ा
ल्यूकोरिया यानी महिलाओं मेंे सफेद पानी का स्राव। एक स्थिति तक तो यह सामान्य होता है, लेकिन अगर इनफेक्शन हो गया तो इससे जुड़ी अन्य समस्याएं भी हो सकती हैं। इसलिए महिलाओं को कुछ बातों का ध्यान रखना होगा। इसके कारण और उपाय पर चर्चा से पहले आइये जानते हैं कि यह स्राव जिसे व्हाइट डिस्चार्ज भी कहते हैं, असल में है क्या? महिलाओं के रिप्रोडक्टिव सिस्टम में बच्चेदानी के पास कुछ ग्लैंड्स होते हैं। इसी प्रक्रिया में यह डिस्चार्ज होता है। यूं तो यह वजाइना और यूटरस को साफ करने का काम करता है। यह स्राव मासिक धर्म की शुरुआत या अंत में होता है। यह डिस्चार्ज एक हद तक तो सामान्य प्रक्रिया है, लेकिन अगर इसमें गाढ़ापन हो, खुजली ज्यादा हो, थक्के हों और दुर्गंध हो तो यह संकेत इनफेक्शन का हो सकता है। यह स्राव इनफेक्शन के चलते अलग-अलग तरह का हो सकता है। इसमें सामान्य स्राव, चिपचिपा एवं पीला या हरे रंग का स्राव। दुर्गंध युक्त और रंगीन स्राव ट्राइकोमनिसिस, क्लैमाईडिया, गोनोरिया संक्रमण का संकेत हो सकता है। इसके चलते बुखार आ सकता है, पेडू में दर्द हो सकता है और कुछ अन्य दिक्कतें भी। ऐसे में उपचार कराने की जरूरत होती है।
ये हैं कारण
स्राव का इनफेक्टेड होने की प्रमुख वजहों में तनाव, मधुमेह यानी डायबिटीज की बीमारी, गर्भनिरोधक गोलियों का अधिक प्रयोग, गर्भावस्था, 10 या उससे अधिक दिनों तक एंटीबायोटिक्स का इस्तेमाल एवं बच्चों को फीडिंग आदि शामिल हैं। ल्यूकोरिया का बड़ा कारण ठीक से सफाई न होना है। इसलिए प्राइवेट पार्ट की विशेष सफाई एवं नमीमुक्त रखना जरूरी है। कमजोरी व खून की कमी भी इसके कारणों में प्रमुख है। कई बार स्पॉटिंग भी होती है। यदि ऐसा है तो इसे सामान्य तौर पर न लें और डॉक्टर से संपर्क करें।
बचाव में ही समझदारी
यदि हम पहले से ही सतर्क रहें तो इस परेशानी को खत्म या कम किया जा सकता है। इसलिए हमेशा कॉटन के ही अंडरगार्मेंट्स पहनें। साफ-सफाई का हमेशा ध्यान रखें। हल्के गर्म पानी एवं ग्लिसरीन युक्त साबुन से सफाई करें। सुगंधित साबुन या परफ्यूम का इस्तेमाल न करें। टाइट कपड़े न पहनें।
खुराक, मेडिसिन का ध्यान
आहार में हरी सब्जियां एवं फल ज्यादा लें। शुगर हो तो इसे लाइफ स्टाइल एवं जरूरत पड़ने पर दवा से नियंत्रित करें। छाछ, दही समय-समय पर लेते रहें। आयरन से भरपूर चीजों का सेवन करें। मासिक धर्म के समय सफाई का खासतौर पर ध्यान रखें। यदि कोई दिक्कत हो रही हो तो डॉक्टर से संपर्क करें।
– लेखिका फिजीशियन एवं गायनॉकोलोजिस्ट हैं।