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संगीत में रमता है मन

बातचीत : पार्श्व गायक आलमगीर

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सरोज वर्मा

आलमगीर खां का नाम अब किसी परिचय का मोहताज नहीं है। छोटी उम्र में ही उन्होंने बॉलीवुड की कई हिट फिल्मों में अपनी बुलंद आवाज देकर अलग पहचान बनाई है। बॉलीवुड सिंगर आलमगीर खान किसी काम के सिलसिले में चंडीगढ़ पहुंचे। एक मुलाकात के दौरान हुई बातचीत में उन्होंने बताया पटियाला से मुंबई की अपनी जर्नी के बारे में

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आलमगीर, आपके संगीत के सफर की शुरुआत कहां से व कैसे हुई?

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पटियाला जिले के गांव ललोधा में प्राथमिक शिक्षा प्राप्ति के बाद मैंने उच्च शिक्षा पटियाला शहर से हासिल की। अठारह साल पहले मैं मुंबई गया। शिक्षा के बारे में आलमगीर ने आगे बताया कि उन्होंने पिता मुरली खां और दादा कर्मदीन से संगीत की शिक्षा हासिल की। इसके बाद चंडीगढ़ कला ग्राम से म्यूजिक का सफर शुरू किया।

बॉलीवुड जाने का ख्याल कैसे आया और पहला ब्रेक किसने दिया?

बॉलीवुड में जाने की इच्छा थी इसलिए मुंबई चला गया। वहां किस्मत ने साथ दिया और मेरी मुलाकात हिमेश रेशमिया से हुई। उन्होंने मुझे सलमान खान की फिल्म ‘बॉडीगार्ड-एक’ में अपनी आवाज देने के लिए पहला ब्रेक दिया। दरअसल ख्याली सहारण ने रेशमिया की कंपनी के सीईओ एंडी सिंह से मिलवाया था। फिल्म बॉडीगार्ड में देसी बीट सॉन्ग से एक अलग पहचान मिली। इसके बाद खिलाड़ी 786, मेरे डैड की मारुति आदि फिल्मों में मैंने आवाज दी। गायक आलमगीर ख़ान ने आगे बताया कि मेरे कैरियर में इंडियन क्रिकेट के लिए ‘मौक़ा मौक़ा’ जिंगल काफी बेहतर रहा जो भारत में ही नहीं, दुबई में भी सराहा गया। स्टार स्पोर्ट्स द्वारा रिकॉर्ड ये सॉन्ग इंडियन क्रिकेट टीम को चीयरअप करने के लिए था जिसे मैंने रिप्रेजेंट किया था।

पंजाबी गायक अब फिल्मों में अभिनय करने में रुचि लेने लगे हैं। क्या आप उनके नक्शे-कदम पर चलेंगे?

फिलहाल तो मेरा ऐसा कोई इरादा नहीं हैं। संगीत पर ही ज्यादा ध्यान दूंगा और खुद को बॉलीवुड में लंबे समय तक स्थापित करूंगा। जहां तक फिल्मों में अभिनय को लेकर सवाल है तो मुझे सिर्फ संगीत से ही प्यार है और ताउम्र इसके लिए समर्पित रहने की मंशा रखता हूं। दरअसल, मेरा मन संगीत में ही रमता है।

अभी तक आप कितनी हिन्दी फिल्मों में अपनी आवाज़ दे चुके हैं व आने वाली कौन सी फिल्म में आपका गाया सॉन्ग आ रहा है?

‘शकल पे मत जा, शकल पे मत जा’- हिंदी फ़िल्म दमादम (रीमिक्स), दमादम देसी बीट्स (हिप-हॉप मिक्स)- फ़िल्म बॉडीगार्ड, खिलाड़ी भैया खिलाड़ी- खिलाड़ी 786, सूर्या अस्त पंजाबी मस्त- फ़िल्म एक्शन जैक्सन, तौबा मैं व्याह करके पछताया- फ़िल्म शादी के साइड इफेक्ट्स , तेरे बिन नहीं लागे जिया- फ़िल्म एक पहेली-लीला, मौका मौका (विज्ञापन जिंगल), पग नु सलामा (पंजाबी गाना), जय माता दी- फ़िल्म नानू की जानू, तुनु तुनु- यमला पगला दीवाना : फिर से, प्यार पे दुनिया- फ़िल्म मनमर्जियां आदि कई सॉन्ग हैं। हाल ही में एक हिंदी फिल्म में एक सॉन्ग आया वहीं गायिका साइमा के साथ भी आ रहा है। अब तक मैं 70 से 80 गानों में अपनी आवाज़ दे चुका हूं|

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