IFFI 2025 : आमिर खान को नहीं पता कैसे बने स्टार, कहा- मैंने सारे नियम तोड़ दिए और...
तर्क के हिसाब से देखा जाए तो मुझे स्टार नहीं बनना चाहिए था : आमिर
अभिनेता आमिर खान ने कहा है कि उन्हें नहीं पता कि वह स्टार कैसे बन गए। आमिर ने इस बात पर भी जोर दिया कि 30 साल से अधिक के अपने करियर में उन्होंने वह सब कुछ किया, जिससे स्टारडम के कई ‘‘नियम'' टूट गए। 60 वर्षीय अभिनेता ने 56वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI) के दौरान एक सत्र में कहा कि उनकी फिल्मोग्राफी में ऐसी फिल्में शामिल हैं, जो "अव्यावहारिक" थीं।
आमिर ने कहा कि मुझे नहीं पता कि मैं स्टार कैसे बन गया। तर्क के हिसाब से देखा जाए तो मुझे स्टार नहीं बनना चाहिए था। मैंने हर नियम तोड़े और सब कुछ अव्यावहारिक किया, मुझे बहुत कृतज्ञता महसूस होती है कि मुझे इतना सम्मान और सफलता मिली। वरना, व्यावहारिक तौर पर देखें तो मैंने जो भी किया वो सफलता हासिल करने के नजरिए से सही नहीं था। चाहे वह फिल्म 'सरफरोश', 'लगान', 'गजनी', 'तारे जमीन पर' हो या उनकी नवीनतम फिल्म 'सितारे जमीन पर' ये सभी प्रयोगात्मक थीं और बॉक्स ऑफिस पर चलनी नहीं चाहिए थीं।
उन्होंने कहा कि दरअसल, लगभग हर फिल्म चुनते समय मेरे मन में यही होता था कि ‘मुझे नहीं पता यह चलेगी या नहीं।' ‘सरफरोश' और ‘लगान' जैसी फिल्मों के समय भी जब हम उन्हें रिलीज कर रहे थे, हमें बिल्कुल अंदाजा नहीं था कि लोग उन्हें पसंद करेंगे या नहीं।” द नैरेटिव आर्किटेक्ट ऑफ सोशल ट्रांसफॉर्मेशन शीर्षक सत्र के दौरान आमिर ने कहा कि एक अभिनेता के तौर पर उन्हें “अपने दर्शकों और खुद को कुछ नया देना” पसंद है।
आमिर ने कहा कि मैं एक ही चीज बार-बार नहीं करना चाहता। मेरी व्यक्तिगत प्रकृति ही ऐसी है कि मैं अलग-अलग कहानियां चुनता हूं। और मैं हमेशा उसी चीज पर काम करता हूं, जो मुझे व्यक्तिगत तौर पर उत्साहित करती है। आजकल फिल्म जगत के कई लोग दर्शकों के बारे में पहले से अनुमान लगाने की कोशिश करते हैं। जब उन्होंने 2008 में ‘गजनी' की तब इंडस्ट्री में एक्शन फिल्में बन ही नहीं रही थीं।
उन्होंने कहा कि सबने मुझसे कहा कि यार, तुम अब एक्शन कर रहे हो। एक्शन फिल्में तो आजकल चलती ही नहीं। ‘गजनी' आई और उसके साथ ही एक्शन फिल्में फिर से फैशन में आ गई। आमिर की हालिया रिलीज ‘सितारे जमीन पर' थी, जो जून में सिनेमाघरों में आई थी। इसके बाद यह डिजिटल रूप से यूट्यूब पर ‘पे-पर-व्यू' मॉडल के तहत जारी की गई। आर एस प्रसन्ना के निर्देशन में बनी इस फिल्म में आमिर ने गुलशन का किरदार निभाया है, जो एक बड़ी बास्केटबॉल टीम का असिस्टेंट कोच होता है। नौकरी से निकाले जाने के बाद उसे जेल जाने या विशेष रूप से सक्षम खिलाड़ियों की बास्केटबॉल टीम को 90 दिन तक कोचिंग देने, इनमें से एक विकल्प चुनने का आदेश मिलता है।
आमिर ने कहा कि फिल्म की सफलता ने उन्हें हैरान कर दिया। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर 250 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई कर चुकी है। वह अब अपनी अगली फिल्म की तलाश में हैं। मैं यह तय कर रहा हूं कि अगली कौन-सी फिल्म करूं। मैं न तो यह सोच रहा हूं और न ही कभी सोचा है कि अब कौन-सा सामाजिक मुद्दा उठाना चाहिए। यह बात मेरे दिमाग में आती ही नहीं है। मेरे लिए पहली कसौटी एक बेहतरीन स्क्रिप्ट होती है। और अगर वही बेहतरीन स्क्रिप्ट सामाजिक रूप से भी कुछ कहती है, तो वह और अच्छा है, लेकिन मैं सामाजिक विषय खोजने की कोशिश नहीं करता।

