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Health Advice : डेली यूज में डेली डेंजर; स्मार्टफोन बना बैक्टीरिया का घर, मोबाइल हाइजीन को न करें नजरअंदाज

आपके फोन में भी हैं कीटाणु, विशेषज्ञों ने दी सावधानी से साफ करने की सलाह
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रॉकहैम्पटन (ऑस्ट्रेलिया)

Health Advice : हम अपने हाथ धोते हैं, शॉपिंग ट्रॉलियों को कीटाणु मुक्त बनाने के लिए सैनिटाइज करते हैं और कैफे की टेबल को पोंछते हैं। लेकिन क्या हम अपने मोबाइल फोन की सफाई पर उतना ध्यान देते हैं, जबकि दिन के 24 घंटे में ज्यादातर समय यह हमारे हाथ में होता है। साफ-सफाई केवल हाथों की ही नहीं, बल्कि उस वस्तु की भी होनी चाहिए जिसे आप दिन में सबसे अधिक बार छूते हैं

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आपका मोबाइल फोन

विशेषज्ञों के अनुसार, मोबाइल फोन हमारे जीवन का अहम हिस्सा बन चुके हैं, जिन्हें हम दिनभर कई बार छूते हैं और रसोई, भोजन कक्ष, यहां तक कि शौचालय तक ले जाते हैं। ऐसे में इन पर तरह-तरह के कीटाणु जमा हो सकते हैं।

फोन पर जमा हो सकते हैं सैकड़ों प्रकार के सूक्ष्मजीव

अध्ययनों में पाया गया है कि जब मोबाइल फोन की सतहों से नमूने लेकर जांच की जाती है, तो उनमें सैकड़ों प्रकार के बैक्टीरिया और वायरस पाए जाते हैं। हालांकि, सभी सूक्ष्मजीव बीमारियां नहीं फैलाते, लेकिन संक्रमण का खतरा बना रहता है। लोग बाथरूम में फोन का इस्तेमाल करते हैं और उससे स्वयं बातचीत करते हैं या दूसरों के साथ साझा करते हैं, जिससे संक्रमण फैलने की आशंका रहती है।

गलत सफाई से फोन को हो सकता है नुकसान

विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि फोन की सफाई के लिए यदि गलत उत्पादों या औजारों का इस्तेमाल किया गया, तो इससे उसके वाटरप्रूफ सील, टच सेंसिटिविटी और सतही कोटिंग को नुकसान पहुंच सकता है। एप्पल और सैमसंग जैसी कंपनियां ब्लीच, हाइड्रोजन परॉक्साइड, सिरका, एयरोसोल स्प्रे, विंडो क्लीनर या 70 प्रतिशत से अधिक अल्कोहल वाले वाइप्स के उपयोग की सलाह नहीं देतीं, क्योंकि ये फोन की ओलेयोफोबिक कोटिंग को हटा सकते हैं। ओलेयोफोबिक कोटिंग एक बेहद पतली फिल्म होती है जो उंगलियों के निशान और धूल से स्क्रीन की रक्षा करती है। अल्कोहल, एसीटोन या अमोनिया आधारित क्लीन इस कोटिंग को नुकसान पहुंचा सकते हैं । सिरका जैसे घरेलू उपाय भी एल्युमिनियम या प्लास्टिक को नुकसान पहुंचा सकते हैं, जबकि ब्लीच और हाइड्रोजन परॉक्साइड जैसे रसायन इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के लिए अत्यधिक कठोर माने जाते हैं।

कैसे करें फोन की सही सफाई

फोन को प्रभावी और सुरक्षित तरीके से साफ करने के लिए कुछ सुझावों का पालन करें। सफाई से पहले फोन को चार्जर और कवर से अलग करें। सफाई के लिए 70 फीसदी आइसोप्रोपिल अल्कोहल वाले वाइप्स या माइक्रोफाइबर कपड़े का उपयोग करें। चार्जिंग पोर्ट, स्पीकर ग्रिल जैसे नाजुक हिस्सों की सफाई के लिए एंटी-स्टैटिक ब्रश (नायलॉन, हॉर्सहेयर या गोट हेयर) का उपयोग करें। सीधे फोन पर किसी भी प्रकार का तरल न छिड़कें।

इससे नमी फोन के अंदर जा सकती है और शॉर्ट सर्किट या जंग लगने का खतरा हो सकता है। टिशू पेपर या खुरदरे कपड़े का प्रयोग न करें, ये स्क्रैच छोड़ सकते हैं। एप्पल और सैमसंग दोनों ही कंपनियों ने कोविड-19 महामारी के दौरान साफ-सफाई के दिशानिर्देशों में कुछ संशोधन किए थे और 70 फीसदी अल्कोहल वाले वाइप्स के उपयोग की अनुमति दी थी, लेकिन हल्के हाथों से पोंछने की सलाह दी थी।

कितनी बार साफ करें फोन?

विशेषज्ञों का कहना है कि सामान्य परिस्थितियों में हफ्ते में कम से कम एक बार फोन की सफाई की जानी चाहिए। यदि आप फोन को अस्पताल, सार्वजनिक परिवहन या जिम जैसे जोखिमपूर्ण स्थानों पर ले जाते हैं, तो सफाई की आवृत्ति बढ़ा देनी चाहिए। अगर आप स्वच्छता को लेकर गंभीर हैं, तो न सिर्फ अपने हाथों की बल्कि उन चीजों की भी सफाई करना जरूरी है जिन्हें आप रोजाना सबसे ज्यादा छूते हैं। गलत तरीके से सफाई करने पर आपका फोन धीरे-धीरे खराब हो सकता है। लेकिन इसे सही तरीके से साफ करना आसान, किफायती है और इसमें ज्यादा समय भी नहीं लगता।

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