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Gyan Ki Batein : पीरियड्स में बाल धोने के लिए क्यों मना करती है दादी-नानी?

Gyan Ki Batein : पीरियड्स में बाल धोने के लिए क्यों मना करती है दादी-नानी?
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चंडीगढ़, 28 दिसंबर (ट्रिन्यू)

Gyan Ki Batein : भले ही आज जमाना चांद पर पहुंच गया हो लेकिन बावजूद इसके आज भी कई लोग बेतुके अंधविश्वासों में फंसे हुए हैं। हालांकि कुछ लोग इन बातों का विरोध भी करते हैं। इन्हीं में से एक है पीरियड्स में बाल धोना... दादी-नानी आज भी पीरियड्स में बाल धोने के लिए मना करती है। चलिए आपको बताते हैं इसके पीछे का धार्मिक व वैज्ञानिक महत्व...

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क्या कहता है शास्त्र?

मान्यताओं के अनुसार, माहवारी के दौरान बाल नहीं धोने चाहिए। कुछ संस्कृतियां मासिक धर्म को अशुद्धता से जोड़ती हैं और मानती हैं कि इस समय बाल धोने से यह कथित संतुलन बिगड़ सकता है। यह गलत धारणा कि मासिक धर्म के दौरान बाल धोने से बांझपन या ऐंठन जैसी नकारात्मक स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।

ऐसा कहा जाता है कि पीरियड खत्म होने के बाद महिलाएं बाल धोकर स्नान करे। अगर महिलाएं पीरियड खत्म होने के बाद बाल नहीं धोती, उनका शरीर अशुद्ध माना जाता है।

क्या कहता है विज्ञान?

हालांकि पीरियड्स में बाल न धोने का कोई वैज्ञानिक कारण नहीं बताया गया है। एक्सपर्ट का कहना है कि पीरियड में बाल धोने से किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होती।एक्सपर्ट का मानान है कि इस समय महिलाएं दूषित या अशुद्ध नहीं होती बल्कि यह एक नेचुरल प्रक्रिया है। वहीं, मासिक धर्म की प्रक्रिया महिलाओं के लिए बहुत जरूरी है।

डिस्केलमनर: यह लेख/खबर धार्मिक व सामाजिक मान्यता पर आधारित है। Dainiktribuneonline.com इस तरह की बात की पुष्टि नहीं करता है।

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