Dadi-Nani Ki Salah : सर्दी-खांसी को कहो बाय-बाय, आजमाएं दादी-नानी के पुराने नुस्खे
Dadi-Nani Ki Salah : सर्दी का मौसम शुरु होते ही कमजोर इम्युनिटी वाले लोगों को खांसी-जुकाम की समस्या जकड़ लेती है जो आसानी से नहीं जाती। कभी मौसम बदलने पर, कभी ठंड लगने से, तो कभी धूल-मिट्टी या प्रदूषण के कारण खांसी की समस्या होना आम है। हालांकि इसके लिए दवाइयां तो मिल जाती हैं लेकिन दादी-नानी के बताए पुराने घरेलू नुस्खे आज भी उतने ही असरदार हैं जितने पहले थे।
ये नुस्खे न केवल सर्दी-खांसी को जड़ से खत्म करते हैं, बल्कि शरीर की इम्युनिटी को भी मजबूत बनाते हैं। आज हम आपको ऐसे ही कुछ आसान नुस्खे बताएंगे जो सर्दी-खांसी को दूर भगाने में भी मदद करेंगे।
अदरक और शहद
अदरक को हमेशा से सर्दी-खांसी के लिए रामबाण माना गया है। अदरक में मौजूद ‘जिंजरॉल’ तत्व शरीर की सूजन और संक्रमण से लड़ता है। अदरक के रस में 1 चम्मच शहद मिलाकर दिन में 2-3 बार लेने से गले की खराश, खांसी, बलगम की समस्या दूर होती है।
काली मिर्च और तुलसी की चाय
जब सर्दी-खांसी बढ़ जाए तो काली मिर्च, तुलसी और अदरक की चाय बनाकर पीएं। यह चाय शरीर को गर्म रखती है। साथ ही यह चाय बंद नाक खोलती है और गले की खराश को तुरंत राहत देती है।
हल्दी वाला दूध
दादी-नानी का यह सबसे पुराना नुस्खा एंटीबायोटिक की तरह काम करता है। एक गिलास गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी पाउडर मिलाकर रात को सोने से पहले पिएं। यह शरीर को अंदर से गर्म रखता है, सर्दी को जल्दी ठीक करता है और नींद भी अच्छी लाता है।
अजवाइन और नमक की सेंक
गले में दर्द या सीने में जमाव होने पर अजवाइन और नमक की पोटली से सेंक देना भी बहुत फायदेमंद होता है। यह जकड़न को कम करता है और खांसी में तुरंत आराम देता है।
गुनगुने पानी से गरारे
यह सबसे आसान और पुराना उपाय है। इसके लिए 1 गिलास गुनगुने पानी में आधा चम्मच नमक मिलाकर दिन में दो से तीन बार गरारे करें। यह गले की सूजन और खराश को कम करता है तथा संक्रमण को फैलने से रोकता है।
अगर सर्दी-खांसी बहुत अधिक बढ़ जाए या बुखार लंबे समय तक बना रहे, तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
