बॉलीवुड फिल्मों के ‘ब्लैक एंड व्हाइट’ जमाने से ही ‘ऑन स्क्रीन’ होली खूब खेली गयी। अनेक गीत तो ऐसे सुपर-डुपर हिट रहे कि आज भी उनको सुने बगैर होली का पर्व अधूरा-अधूरा सा रहता है। कुछ फिल्मों में तो होली के दृश्य के बाद ही कहानी में ‘ट्विस्ट’ आया।
केवल तिवारी
होली। रंग। उल्लास। खुशियां। बैर भुलाने का पर्व। अपने-गैरों से जुड़ाव का पर्व। इस पर्व की रंगत ही तो है जो आज पूरे विश्व में फैली है। विविधताभरे हमारे देश में होली का पर्व भी विभिन्न तरीकों से मनाया जता है। कहीं सप्ताहभर। कहीं एक-दो दिनों का। कहीं गाकर-झूमकर। तरीके चाहे जो भी हों, रंग तो सबमें हैं ही। जब इस पर्व का इतना क्रेज है तो जाहिर है यह फिल्मों में ही समाया हुआ होगा। आज से नहीं, ब्लैक एंड व्हाइट के जमाने से। सुने हैं न ये गीत-‘होली आयी रे कन्हाई, रंग छलके, सुना दे ज़रा बांसुरी’, ‘जा रहे हट नटखट’, ‘जोगी जी धीरे-धीरे, वाह जोगी जी’, ‘रंग बरसे भीगे चुनरवाली’, ‘होली के दिन दिल मिल जाते हैं’, ‘आज ना छोड़ेगे बस हमजोली खेलेगे हम होली’…। ये सभी सुपरहिट गीत बॉलीवुड फिल्मों के ही हैं। समय के साथ गीतों के बोल और धुन बदलती रहीं, लेकिन होली हमेशा से फिल्मकारों का पसंदीदा विषय रहा। ऑन स्क्रीन होली के अलावा बॉलीवुड की ऑफ स्क्रीन होली भी खूब चर्चा में रहती थी। बॉलीवुड में एक जमाने में तो ‘आरके स्टूडियो’ की होली बहुत मशहूर हुआ करती थी। आज भी अनेक कलाकार ऐसे हैं जो मिलकर किसी एक डेस्टिनेशन पर होली मनाते हैं। बेशक कोरोना महामारी के कारण रंगत थोड़ी फीकी रही, लेकिन होली के रंग बड़े पर्दे पर खूब दिखे हैं। फिल्मों में ही नहीं, टीवी सीरियल्स में भी होली खूब खेली गयी। आज बात करते हैं बड़े पर्दे पर होली की।
उस जमाने की रंगत
फिल्मों में होली की अगर बात करें तो इसकी शुरुआत ब्लैक एंड व्हाइट फिल्मों से ही हो चुकी थी। बेशक पर्दे पर फिल्मों के वे नजारे श्वेत-श्याम रहे हों, लेकिन उनकी रंगत तत्कालीन समाज में खूब रही। बाद में रंगीन सिनेमा में तो इस रंगारंग पर्व की खूब धूम रही। निर्माता निर्देशक महबूब खान की 1957 में प्रदर्शित फिल्म मदर इंडिया में होली का एक सुपरहिट गीत था। बोल थे, ‘होली आई रे कन्हाई…।’ नरगिस, राजेन्द्र कुमार और सुनील दत्त अभिनीत इस फिल्म में होली के इस गीत का खास स्थान है। इसी के दो साल बाद 1959 में प्रदर्शित फिल्म नवरंग में भी होली का एक गीत है। इसका गीत ‘अरे जा रे हट नटखट…’ बहुत हिट रहा। इसमें अभिनेत्री संध्या को गाने के दौरान लड़के और लड़की के भेष में एक साथ दिखाया गया। आज भी कुछ टीवी रियलिटी शो में इस तरह के अभिनय की कोशिश की जाती है। सी रामचंद्र के संगीत निर्देशन आशा भोसले द्वारा गाए और भरत व्यास द्वारा रचे गए इस सुंदर गीत को आज भी लोग भूल नहीं पाए हैं। फिल्म ‘नदिया के पार’ का गीत ‘जोगी जी धीरे-धीरे’ तो हर होली पर बजाया ही बजाया जाता है। इस फिल्म में भी होली का बेहतरीन संदेश दिया गया है और यहीं से कहानी का नया मोड़ शुरू होता है।
शोले में ‘होली के दिन…’
अब बात करते हैं ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘शोले’ की। इसका तो एक डायलॉग ही बहुत मशहूर हुआ जब फिल्म का विलेन गब्बर पूछता है, ‘होली कब है।’ इस फिल्म में होली का एक गाना सुपर-डुपर हिट रहा और आज भी सुना जाता है, जिसके बोल हैं, ‘होली के दिन दिल खिल जाते हैं…।’ बेशक इस गीत के साथ फिल्म का रुख बदलता है, लेकिन यह गीत खूब गाया-बजाया जाता है। ऐसा ही एक गीत है जिसके बोल हैं, ‘जय जय शिव शंकर, कांटा लगे न कंकर ये प्याला तेरे नाम का पिया…।’ राजेश खन्ना और मुमताज अभिनीत फिल्म ‘आपकी कसम’ का यह गीत बेशक होली का नहीं है, लेकिन इसे होली पर खूब गाया-बजाया जाता है। ऐसे भी यह गीत किसी भी मस्ती भरे माहौल में बजाया जाता है।
रंग बरसे… का तहलका
होली के फिल्मी दृश्यों की बात करें तो फिल्म ‘सिलसिला’ का ‘रंग बरसे भीगे चुनरवाली रंग बरसे’ भी सुपर-डुपर हिट गानों में से है। इस रंग बरसे गीत और रेखा-अमिताभ के डांस और रोमांटिक सीन ने तहलका मचा दिया था। गाने में संजीव कुमार और जया बच्चन भी नज़र आए थे। जैसे ही गाना खत्म होता है फिल्म की कहानी में जबरदस्त ट्विस्ट आ जाता है।
बदलाव और संदेश भी
समय के साथ-साथ होली दृश्यों और गीतों में भी बदलाव हुआ। फिल्म दामिनी में एक संदेश देने की कोशिश की गयी है कि होली की आड़ में गलत काम कतई बर्दाश्त नहीं। फिल्म में होली पर दामिनी देखती है कि कैसे उसके एक संबंधी ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर एक मेड का रेप किया। वह अन्याय के खिलाफ आवाज बुलंद करती है। इसी तरह फिल्म मोहब्बतें में भी होली के ही एक दृश्य से कहानी नया मोड़ लेती है और संदेश देती है। फिल्म क्रांतिवीर में भी एक गीत होली का है जिसमें अभिनेत्री डिंपल कपाड़िया फ्लैशबैक में अपनी कहानी बताती है।
‘… हमजोली खेलेंगे हम होली’
कहानी, कथानक और फिल्मों की इसी बात पर अगर थोड़ा पीछे चलें तो याद कीजिए फिल्म ‘कटी पतंग’ को। इस फिल्म का गीत ‘आज न छोड़ेंगे बस हमजोली खेलेंगे हम होली’ सुपरहिट रहा। राजेश खन्ना और आशा पारेख इस फिल्म के मुख्य किरदार हैं। इस फिल्म का उक्त होली गीत आज भी खूब सुना जाता है। अब बदले समय की बात करें तो एक गीत ‘बलम पिचकारी जो तूने मुझे मारी…’ आजकल के युवाओं को बहुत पसंद है। फिल्म ‘ये जवानी है दीवानी’ का है यह गीत और कलाकार हैं रणवीर कपूर एवं दीपिका पादुकोण। ऐसे ही कुछ और गीत हिट रहे जैसे ‘कजरारे कजरारे तेरे नैना कारे-कारे…।’ यह गीत भी उनमें शामिल है जिसे होली के मौके पर बजाया जाता है और झूमा जाता है।
फिल्मों में होली के गीतों या दृश्यों की शुरुआत में तो भरमार रहती थी, लेकिन बीच में कुछ समय हिंदी फिल्मों में प्रयोग का दौर चला और उस दौर में होली पर्दे से गायब रही। हालांकि यह गैर हाजिरी ज्यादा नहीं रह सकी और फिर से पर्दे पर आ गयी होली। वर्तमान दौर में फिल्म निर्माण का काम ही धीमा चल रहा है, इसलिए होली भी पर्दे से गायब है। उम्मीद की जानी चाहिए कि दौर बदलेगा और होली फिर छा जाएगी पर्दे पर और हकीकत के धरातल पर भी। होली की शुभकामनाएं!