भारत में मानसिक रोग तेजी से लोगों को अपना शिकार बना रहा है। देश में हर एक दूसरा व्यक्ति इसका शिकार है। रिपोर्ट के मुताबिक 47 प्रतिशत भारतीय किसी न किसी मानसिक रोग की चपेट में हैं। मानसिक रोग को लेकर भारतीय चिकित्सा परिषद ने 2017 में पहली बार व्यापक अध्ययन किया था, जिससे पता चला कि 4.57 करोड़ लोग अवसाद व अन्य विकार और 4.49 करोड़ लोग बेचैनी से पीड़ित हैं। आंकड़े चिंताजनक हैं। मानसिक रोग से छुटकारा पाने के लिए परिवार, दोस्तों, रिश्तेदारों का साथ होना बहुत जरूरी है।
गीता कुमारी, सरहिंद, फतेहगढ़ साहब
घातक मंसूबे
अफगानिस्तान की तथाकथित सरकार ने अमेरिका समेत दुनिया के देशों को धमकी दी है कि वे उनकी सरकार को मान्यता दें अन्यथा गम्भीर परिणाम भुगतने को तैयार रहें। ज्ञात रहे कि अभी तक किसी भी देश ने उनकी सरकार को औपचारिक मान्यता नहीं दी है। यदि ऐसी धमकी से किसी सरकार को मान्यता मिलती है तो यह पूरे विश्व के लिए चिंता का विषय है। इसकी देखादेखी अन्य आतंकी समूह भी बंदूक की नोंक पर किसी देश या सरकार को बंधक बनाकर मान्यता प्राप्त करने में सफल हो सकते हैं।
सतप्रकाश सनोठिया, रोहिणी
असली दिवाली
दीपावली में लोग तरह-तरह के घरेलू सामान, पूजा सामग्री इत्यादि खरीदते हैं, लेकिन सामान लेते वक्त यह नहीं भूलना चाहिए कि उन्हें देश में निर्मित चीजें ही खरीदनी हैं। कोरोना के चलते लोग आर्थिक तंगी से गुजरे हैं और व्यापारियों के साथ-साथ देश के गरीब वर्ग को भी बहुत नुकसान हुआ है। अगर देश में निर्मित चीजें खरीदते हैं तो सबसे ज्यादा फायदा आर्थिक रूप से गरीब वर्ग को होगा। ऐसा करने से वे लोग भी खुशी से दीपावली मना पाएंगे।
शुभम बिष्ट, देहरादून