पाठकों के पत्र
जलवायु परिवर्तन की चुनौती
जलवायु परिवर्तन आज वैश्विक समस्या बन चुका है। कोयले, तेल और गैस के अत्यधिक उपयोग से धरती का तापमान बढ़ रहा है, जिससे वायुमंडल और पर्यावरण पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। भारत मौसम संबंधी घटनाओं से प्रभावित देशों में छठवें स्थान पर है। अब तक ऐसी 400 से अधिक घटनाएं हो चुकी हैं और लगभग 80,000 लोगों की जान जा चुकी है। वनों की कटाई और प्राकृतिक संसाधनों के अत्यधिक दोहन से स्थिति और भी गंभीर हो रही है। समय रहते उपाय न किए गए तो परिणाम विनाशकारी होंगे।
अर्चना गौतम, सीडीएलयू, सिरसा
खेलों से प्रेरणा
आजकल लोग खेलकूद से दूर होते जा रहे हैं और डिजिटल दुनिया में इतने व्यस्त हैं कि बाहरी दुनिया से उनका संबंध लगभग समाप्त हो गया है। मोबाइल और तकनीक ने मानवीय संवेदनाएं कम कर दी हैं। पहले लोग एक-दूसरे की मदद के लिए तत्पर रहते थे। हाल ही में एक कहानी पढ़ी जो हमें जीतने के जज़्बे की प्रेरणा देती है। यह कहानी अब्दुर रहमान अलिफ़ की है, जो पहले पक्षियों का शिकार करता था, पर एक दिन तीरंदाज़ बना और ओलंपिक तक पहुंचा। उसका संघर्ष और लक्ष्य के प्रति समर्पण अत्यंत प्रेरणादायक है।
दीपांशी सैनी, चौ. देवी लाल विवि, सिरसा
शांति प्रयास हों
पच्चीस जून के दैनिक ट्रिब्यून में पुष्परंजन के लेख के अनुसार, अमेरिका द्वारा ईरान के यूरेनियम ठिकानों पर बमबारी के बावजूद ईरान ने इस्राइल पर जवाबी मिसाइल हमले किए और अपने परमाणु कार्यक्रम को जारी रखने की घोषणा की। इससे ईरान की ताकत उजागर हुई और खोमेनेई की स्थिति मजबूत हुई। रूस-चीन का समर्थन भी उसे मिला। विश्व को अब मिडिल ईस्ट व फलस्तीन में शांति स्थापना के प्रयास करने चाहिए।
अनिल कौशिक, क्योड़क, कैथल