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पाठकों के पत्र

पंजाब सरकार की पहल पंजाब के सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की भारी कमी है, क्योंकि स्वीकृत पदों में से लगभग आधे रिक्त हैं। बेहतर वेतन और सुविधाओं के कारण कई डॉक्टर निजी क्षेत्र या विदेश का रुख कर रहे हैं।...
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पंजाब सरकार की पहल

पंजाब के सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की भारी कमी है, क्योंकि स्वीकृत पदों में से लगभग आधे रिक्त हैं। बेहतर वेतन और सुविधाओं के कारण कई डॉक्टर निजी क्षेत्र या विदेश का रुख कर रहे हैं। इस समस्या से निपटने के लिए पंजाब सरकार ने बांड नीति लागू की है। इसके तहत, मेडिकल कॉलेजों से स्नातक छात्रों को अनिवार्य रूप से दो वर्ष तक सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में सेवा करनी होगी, ताकि राज्य द्वारा दी गई सब्सिडी का लाभ जनता तक पहुंचे।

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तन्नू यादव, चौ. देवीलाल विवि, सिरसा

संवेदना से भरी कथा

पंद्रह जून के दैनिक ट्रिब्यून के अध्ययन कक्ष अंक में अजीत कौर की, सुभाष नीरव द्वारा अनूदित पंजाबी कहानी ‘गुलबानो’ पढ़कर मन भावुक हो गया। नायिका की सुंदरता का प्राकृतिक चित्रण और अलंकारिक भाषा शैली कहानी को प्रभावशाली बनाते हैं। वहीं, खुशदिल खान की संकुचित सोच के कारण कहानी का दुखद अंत मन को गहरे तक छूता है।

अनिल कौशिक, क्योड़क, कैथल

टूटता विश्वास

उन्नीस जून के दैनिक ट्रिब्यून में विश्वनाथ सचदेव का आलेख ‘अस्वस्थ प्रतियोगिता से दांव पर विश्वसनीयता’ अत्यंत सारगर्भित है। उनका कहना बिल्कुल सही है कि अधिकांश न्यूज चैनल बिना आधार के विश्लेषण कर सत्ता के पक्ष में माहौल बनाते हैं और बदले में सरकारी विज्ञापन पाते हैं। अब तो ये चैनल सत्ता विरोधी खबरें दबाकर अपने कर्तव्य से भटक रहे हैं, जिससे जनता का विश्वास टूट रहा है।

डीवी अरोड़ा, फरीदाबाद

विश्वयुद्ध के खतरे

इस्राइल-ईरान युद्ध में अमेरिका की एंट्री से तीसरे विश्वयुद्ध की आशंका बढ़ गई है। कई देश परमाणु हथियार बना रहे हैं, जिससे वैश्विक भय का माहौल बन गया है। युद्ध विनाशकारी होता है, और विभिन्न देशों में जारी संघर्ष इसका प्रमाण है। जान-माल का भारी नुकसान हो रहा है और लोग डरे हुए हैं। अब एक ऐसा देश आगे आना चाहिए जो युद्धों को रोककर विश्व में शांति स्थापित करे, क्योंकि लड़ाई में सिर्फ नुकसान होता है, लाभ नहीं।

राहुल शर्मा, रसीना, कैथल

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