यमुना नदी उफान पर, दिल्ली के इलाकों में बाढ़ का खतरा
हथिनीकुंड बैराज से रविवार को 1,28,280 क्यूसिक पानी छोड़ा गया जो अगले 30 घंटे में दिल्ली पहुंचेगा। जिससे दिल्ली में यमुना के पानी में इजाफा होगा और दिल्ली के कुछ इलाके बाढ़ से प्रभावित हो सकते हैं। यमुनानगर स्थित हथिनीकुंड बैराज पर यमुना नदी पिछले डेढ़ महीने से शांत थी, लेकिन रविवार को पहाड़ी इलाकों में हुई भारी वर्षा के चलते यमुना उफान पर आ गई और हथिनीकुंड बैराज के सभी 18 गेट सायरन बजाने के बाद खोल दिए गए। लोगों को चेतावनी दी गई है कि वह यमुना से दूर रहे और पशुओं को भी दूर रखें। इस चेतावनी के बारे में सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने जिला प्रशासन को भी अवगत करा दिया है। सिंचाई विभाग के सुपरीटेंडेंट इंजीनियर आरएस मित्तल का कहना है कि पहाड़ी इलाकों में हो रही बारिश के चलते हथिनी कुंड बैराज से 1,28,280 क्यूसिक पानी डिस्चार्ज किया गया है। उन्होंने कहा है कि इस सीजन में पहली बार बैराज के सभी 18 गेट खोले गए हैं और नहरों को पानी की सप्लाई बंद कर दी गई है। अभी तक पूरे मानसून में एक बार भी बैराज से 1 लाख क्यूसिक पानी डिस्चार्ज नहीं हुआ था। इतना पानी आने के बाद उसे लो फ्लड बताया जाता है, जबकि डेढ़ लाख क्यूसिक पानी आने के बाद उसे मीडियम फ्लड और ढाई लाख क्यूसिक से अधिक पानी आने के बाद उसे हाई ब्लड बताया जाता है।
मित्तल ने बताया कि सिंचाई विभाग के अधिकारिरयों ने जिला प्रशासन के साथ-साथ दिल्ली सरकार को भी अवगत करवा दिया है। यमुना के साथ लगते निचले इलाकों में भी चेतावनी दी गई है। आज सुबह यमुना में 10 बजे 74,304 क्यूसिक पानी आया था जो दोपहर 3 बजे तक 1, 28280 क्यूसिक तक पहुंच गया जिसके बाद नहरों की सप्लाई बंद करके बैराज के गेट खोलने से पहले चेतावनी सायरन बजाया गया।