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हरविंद्र कल्याण के स्पीकर बनने से करनाल का बढ़ेगा रूतबा

पांचों सीट भाजपा के खाते में लेकिन कैबिनेट में नहीं मिली थी किसी को जगह

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रमेश सरोए/हप्र

करनाल, 25 अक्तूबर

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मुख्यमंत्री नायब सैनी सरकार में हरविंद्र कल्याण का भी पूरा दबदबा रहेगा, उन्हें शुक्रवार को सर्वसम्मति से स्पीकर चुन लिया गया। करनाल जिला को विधानसभा में सबसे बड़ा रूतबा हासिल हो गया जहां नायब सैनी प्रदेश की सरकार चलाएंगे, वहीं हरविंद्र कल्याण प्रमुख की भूमिका में सदन को चलायेंगे। मुख्यमंत्री नायब सैनी सरकार के गठन से ही संभावना थी कि घरौंडा से जीत की हैट्रिक लगाने वाले हरविंद्र कल्याण को कैबिनेट में जगह मिलेंगी, लेकिन मंत्रिमंडल के गठन में करनाल की सभी पांचों सीट पर भगवा की विजय पताका फहराने के बाद भी जगह नहीं मिल पाई थी जिससे जिलावासियों में निराशा थी। हालांकि लोगों को नायब सरकार पर पूरा भरोसा था कि करनाल को बड़ा रूतबा हासिल होगा जो आज पूरा हो गया। हरविंद्र कल्याण रोड़ समुदाय से आते हैं। वे घरौंडा सीट पर लगातार तीसरी बार जीत कर आये हैं। रोड़ समुदाय ने बड़ी मजबूती के साथ भाजपा का जिस प्रकार से चुनावों में साथ दिया हैं। उससे भाजपा हाईकमान भली प्रकार से परिचित था। रोड़ बिरादरी के मजबूत नेता को बड़ा पद मिलना तय था। मिलनसार और शांत स्वभाव के हरविंद्र कल्याण को नायब सरकार में सबसे बड़ा पद देकर रोड़ समाज को भाजपा से वफादारी का बड़ा इनाम दिया गया है। वहीं करनाल की पांच सीटें जीतने के बाद भी मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिलने से उपजे आक्रोश पर भी ब्रेक लग गयी है। हरविंद्र कल्याण पूर्व सीएम और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल के काफी नजदीकी माने जाते हैं। मनोहर सरकार के पहले मंत्रिमंडल में भी हरविंद्र कल्याण को मंत्री बनाने की चर्चा चली थी, लेकिन उस वक्त भी हरविंद्र कल्याण मंत्रिमंडल में जगह पाने से चूक गए थे। 2019 में मनोहर सरकार-2 टर्म में भाजपा का प्रदेश में विरोध बढ़ रहा था और किसान आंदोलन के चलते लोगों में मनोहर लाल के खिलाफ गुस्सा था जिसकी बानगी लोकसभा चुनाव में भी देखने को मिली। लोकसभा चुनाव में भाजपा के कई प्रत्याशियों का मुखर विरोध हुआ था। ऐसी ही हालत करनाल के कई गांवों में भी नजर आ रहे थी।

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लोकसभा चुनाव में हरविंद्र कल्याण को करनाल लोकसभा का संयोजक बनाया था। लोकसभा संयोजक के नाते हरविंद्र कल्याण ने अपनी काबिलियत का परिचय देते हुए विरोध के बावजूद पूरे दमखम के साथ हर गांव में प्रचार अभियान चलाया। विकट परिस्थितियों में भी मनोहर लाल 2 लाख 32 हजार से अधिक मतों से लोकसभा सीट जीतकर संसद पहुंचे जिसकी चर्चा पूरे देश में हुई थी। नतीतजन हरविंद्र कल्याण भाजपा केंद्रीय नेतृत्व के भी चहेते बन गए।

बसपा से की करियर की शुरूआत

हरविंदर कल्याण ने पहली बार 2009 में बसपा की टिकट पर चुनाव लड़ा था, वे 29 हजार से अधिक मत पाकर तीसरे स्थान पर रहे थे। उसके बाद हरविंद्र कल्याण ने भाजपा ज्वाइन कर ली और 2014 में भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ा और इनेलो के नरेंद्र सांगवान को मात दी। 2019 में कांग्रेस के अनिल कुमार को 17 हजार से अधिक मतों से हराकर विधानसभा पहुंचे। 2024 में तीसरी बार भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और कांग्रेस के विरेंद्र राठौर को करीब 4500 वोटों से हराया।

कल्याण के कुशल मार्गदर्शन में हरियाणा आगे बढ़ेगा : पंवार

पानीपत (हप्र) : कैबिनेट मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने हरविंद्र कल्याण को विधानसभा अध्यक्ष व डा. कृष्ण मिड्डा को विधानसभा उपाध्यक्ष बनाए जाने पर बधाई दी है। उन्होंने कहा कि हरविंद्र कल्याण के कुशल मार्गदर्शन में हरियाणा प्रदेश आगे बढ़ेगा। हरविंद्र कल्याण अपनी सहजता, सरलता और मानवीय गुणों से विधानसभा अध्यक्ष की जिम्मेदारी का निर्वहन करेंगे। अपने इन्हीं गुणों से वह विधानसभा की गरिमा तथा गौरवशाली परंपराओं को और आगे बढाएंगे। उन्होंने कहा कि उपाध्यक्ष के रूप में सौम्य व सरल व्यवहार के धनी डा. कृष्ण मिड्डा भी जनता की सेवा को तत्पर रहेंगे।

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