अम्बाला शहर में जलसंकट, प्रशासन मौन : निर्मल सिंह
बोले-शीघ्र समाधान न हुआ तो जनता के साथ सड़क पर उतरेंगी कांग्रेस
अम्बाला शहर, 28 मई (हप्र)
पूर्व कैबिनेट मंत्री और अम्बाला शहर के विधायक निर्मल सिंह ने कहा कि अम्बाला शहर इन दिनों एक असाधारण जल संकट की गिरफ्त में है, संकट जो केवल आपूर्ति की कमी नहीं, बल्कि प्रशासनिक असंवेदनशीलता, योजनागत विफलता और राजनीतिक उपेक्षा का समेकित परिणाम प्रतीत होता है। नगर निगम के अंतर्गत आने वाले तीनों जलाशय (वाटर वर्क्स टैंक) अपनी कुल क्षमता का महज दस से पंद्रह प्रतिशत जल ही संचित कर पा रहे हैं। पीने योग्य जल की आपूर्ति लगभग ठप है और अगली 3 से 4 रातें अम्बाला शहर के नागरिकों के लिए एक संघर्षकाल साबित हो सकती हैं।
उन्होंने कहा कि जल आपूर्ति केंद्रों की वास्तविकता भयावह रूप में सामने आई खड़ी है। भाखड़ा नहर से जल नहीं आ पा रहा। इस्माइलपुर ब्रांच, जहां से अम्बाला को पानी की मुख्य आपूर्ति होती है, वहां तूफ़ान के कारण विद्युत अवरोध उत्पन्न हुआ है और लगातार बिजली के कटाव के चलते पंप हाउस निष्क्रिय पड़े हैं। फलस्वरूपए टैंकों में जल भरने की प्रक्रिया रुक गई है। जो थोड़ा बहुत जल पहुंच रहा है, वह सीधे फिल्ट्रेशन संयंत्र में डाला जा रहा है ताकि न्यूनतम आपूर्ति की जा सके। लेकिन यह आपूर्ति न पर्याप्त है, न ही टिकाऊ।
उन्होंने कहा कि बिजली मंत्री अम्बाला से हैं उन्हें तुरंत इस विषय पर संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को तुरंत निर्देश देने चाहिए। बिजली की किल्लत ना हो अगर बिजली की किल्लत के चलते अम्बाला शहर के नागरिकों को पानी ना मिले तो बहुत ही शर्म की बात होगी।
उन्होंने इस संकट को प्रशासनिक नाकामी और भाजपा सरकार की लापरवाही बताते हुए कहा कि यदि शीघ्र समाधान न हुआ तो जनता के साथ वे स्वयं सड़क पर उतरेंगे।