बिजली फॉल्ट को लेकर ग्रामीणों ने किया रोड जाम, डीएसपी पहुंचे मौके पर
रेवाड़ी, 24 जून (हप्र) : पिछले एक साल से बिजली फॉल्ट को लेकर परेशान गांव प्राणपुरा के ग्रामीणों का गुस्सा मंगलवार को उस समय फूट पड़ा, जब गीली धरती पर एक तार टूट कर गिर पड़ा और एक बाइक चालक बाल-बाल बच गया। गुस्साएं ग्रामीणों ने तिहाड़ा रोड पर लकड़ी व बैरिकट लगाकर जाम लगा दिया। कुछ समय बाद ही सडक़ों के दोनों ओर वाहनों की कतार लग गई। सूचना पाकर पुलिस की एक जिप्सी मौके पर पहुंची और ग्रामीणों को समझाने व जाम खोलने का प्रयास किया। लेकिन ग्रामीण बिजली फॉल्ट को तुरंत ठीक करने की बात पर डटे हुए थे।
बिजली फॉल्ट को लेकर फरियाद कर रहे थे
ग्रामीणों के रोष व जाम को देखते हुए बावल थाना प्रभारी संजय कुमार ने कुछ अन्य पुलिसकर्मियों को मौके पर भेजा। पुलिस ने जाम लगाकर बैठे लोगों को खदेडऩा शुरू किया तो ग्रामीण भड़क गए और पुलिस व ग्रामीणों के बीच खूब नोंक झोंक हुई। तत्पश्चात पुलिस ने जाम लगा रहे कुछ युवाओं को जैसे ही हिरासत में लिया तो ग्रामीण व अभिभावक भड़क उठे और बिजली व पुलिस विभाग को खरी-खरी सुनाने लगे। युवाओं को हिरासत में लेते ही गांव के अनेक लोग थाने जा पहुंचे और थाने के समक्ष धरना देकर बैठ गए।
डीएसपी पहुंचे समझाने
सूचना पाकर डीएसपी सुरेन्द्र श्योराण भी मौके पर पहुंच गए और ग्रामीणों को समझाने लगे। लेकिन जब ग्रामीण नहीं माने तो बिजली विभाग के अधिकारियों को मौके पर ही बुलाया गया और फॉल्ट को ठीक कराया गया। लेकिन ग्रामीणों ने कहा कि जब हिरासत में लिये गए युवाओं का बिना कार्रवाई के नहीं छोड़ा जाता, वे सडक़ों से नहीं हटेंगे। वहीं सूचना पाकर भाजपा नेता ईश्वर चनेजा, नगर पालिका उपप्रधान अर्जुन चौकन, पदम सिंह दायमा, पार्षद हर्ष कुमार भी मौके पर पहुंच गए।
बिजली फॉल्ट को लेकर क्या बोले ग्रामीण
ग्रामीणों का कहना है कि बिजली विभाग ने बिजली के हाई टेंशन तारों को पड़ों से बांधा हुआ है। जिससे लगातार स्पार्किंग होती रहती है और ग्रामीणों का जान का खतरा बना रहता है। क्रिकेट ग्राउंड में भी यही हाल है। तारों को पेड़ो से हटाकर बिजली पोल लगाकर उससे बांधने की मांग को लेकर वे पिछले एक साल से विभाग के चक्कर काट रहे हैं। लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। अब ये तार जर्जर होकर टूटने भी लगी है। जिससे हादसा होने का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। मंगलवार की सुबह एक तार टूट कर जमीन में गिर गई। जिससे एक बाइक चालक बाल-बाल बच गया।
समाचार लिखे जाने तक बिजली विभाग के अधिकारी फॉल्ट को ठीक करने में जुटे हुए थे और ग्रामीण थाने के समक्ष जमा थे और युवाओं को छोड़ने की गुहार लगा रहे थे। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर युवाओं को नहीं छोड़ा गया तो वे फिर से रोड जाम करेंगे।
बिजली की समस्या को लेकर कार्यकारी अभियंता को सौंपा ज्ञापन