वंदे मातरम आजादी की लौ, एकता का प्रतीक : महिपाल ढांडा
राष्ट्रीय गीत के 150 साल पूरे होने पर भव्य कार्यक्रम
राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम के 150 साल पूरे होने पर लघु सचिवालय सभागार में शुक्रवार को समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने कहा कि जब वंदे मातरम गीत लिखा गया था, तब देश गुलामी की जंजीरों में जकड़ा हुआ था, परंतु इस गीत ने देशवासियों में स्वाधीनता का संकल्प जगाया। वंदे मातरम वह शस्त्र था जिसने आज़ादी के परवानों को एकसूत्र में बांधा धा। वंदेमातरम गीत आजादी की लौ और देश की एकता का प्रतीक रहा है। उन्होंने कहा कि भारत का विचार हर युग में सर्वोत्तम रहा है। उपनिषदों के ज्ञान ने पूरी दुनिया को चकित किया। हमें फिर से उसी एकता, समर्पण और संकल्प को अपनाना होगा, जिससे 2047 तक भारत को विकसित और सशक्त राष्ट्र बनाया जा सके।
शहरी विधायक प्रमोद विज ने कहा कि वंदे मातरम हर नागरिक की आत्मा है। यह गीत हमें अपने कर्तव्यों की याद दिलाता है और देश के प्रति निष्ठा का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि इस गीत का उद्देश्य केवल आज़ादी नहीं, बल्कि भारत को आत्मनिर्भर और गौरवशाली बनाना था। समारोह में स्कूली बच्चों ने राज्य गीत जय हरियाणा और दुनिया में न्यारा हरियाणा की शानदार प्रस्तुति दी।

