21 हजार घरों में बांटी जाएगी वाल्मीकि रामायण
करनाल, 6 मार्च (हप्र)
महर्षि वाल्मीकि रचित रामायण युगों-युगों से मानव जाति को ज्ञान और दिशा प्रदान कर रही है। जन सामान्य को परमात्मा के प्रति आस्थावान बनाए रखने के लिए महर्षि वाल्मीकि की शिक्षाएं अहम रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में महर्षि वाल्मीकि के नाम पर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा बनवाया, जिससे उनका नाम पूरे विश्व के आकाश पर चमक गया। करनाल जिले के समौरा गांव निवासी एवं हरियाणा तालाब एवं अपशिष्ट जल प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य तेजिंद्र सिंह तेजी ने ‘हर घर वाल्मीकि रामायण’ अभियान चलाने का निर्णय लिया है। जिसके तहत एक हजार दिन में 21 हजार घरों में महर्षि वाल्मीकि रचित रामायाण भेंट की जाएगी।
बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में कृष्ण मेनन मार्ग स्थित करनाल से सांसद एवं केंद्रीय ऊर्जा एवं शहरी विकास मंत्री मनोहरलाल के आवास से उनके हाथों से इस अभियान का शुभारंभ किया। तेजिंद्र सिंह तेजी ने यह अभियान को अपने बेटे धनन्जय सिंह के जन्मदिन के मौके पर शुरू किया। उन्होंने कहा कि देश में यह अपने आप में एक अनूठा अभियान है जिसके तहत घर-घर रामायण पाठ होंगे और महर्षि वाल्मीकि की शिक्षाओं के प्रसार से समाज को दिशा मिलती रहेगी। इस अवसर पर तेजिंद्र सिंह तेजी ने कहा कि रामायण के सभी जीवंत पात्र आज के वैज्ञानिक युग में अपनी प्रासंगिकता को कायम रखते हुए मानव के लिए प्रेरणामयी हैं। महर्षि वाल्मीकि ने श्रीरामचंद्र के जन्म से पूर्व ही उनकी कथा का वर्णन कर दिया था। इस मौके पर पूर्व सैनिक अमर सिंह, छात्र धनंजय सिंह, शक्ति सिंह, अभियान की सह संयोजक रंजना गौरी मौजूद रहे।