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यमुनानगर में खाली प्लाट बने कूड़ा घर

यमुनानगर जिला के अलग-अलग इलाकों में खाली प्लाट लोगों की परेशानी का सबब बने हुए हैं। अधिकांश स्थानों पर ऐसे प्लाट कूड़े के ढेर में तब्दील हो चुके हैं। लोग अपने घरों का कूड़ा इन्हीं खाली प्लाटों में डाल रहे...
यमुनानगर के मॉडल टाउन वार्ड नंबर -8 में खाली प्लाट में जमा कूड़ा व उगे पेड़-पौधे। -हप्र
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यमुनानगर जिला के अलग-अलग इलाकों में खाली प्लाट लोगों की परेशानी का सबब बने हुए हैं। अधिकांश स्थानों पर ऐसे प्लाट कूड़े के ढेर में तब्दील हो चुके हैं। लोग अपने घरों का कूड़ा इन्हीं खाली प्लाटों में डाल रहे हैं। बारिश के दौरान इन प्लाटों में पानी खड़ा हो जाता है जिससे आसपास के मकानों को गिरने का खतरा बना रहता है।

शहर के वार्ड नंबर-8 मॉडल टाउन क्षेत्र में भी लम्बे समय से खाली प्लाट हैं। यहां के निवासियों देविदर, सुरजीत, रीता, जसविंदर, हरभजनसिंह, अनिल, बेबी, हैप्पी, रमेश, सुनील, नीतू, गोल्डी और अन्य नागरिकों का कहना है कि एक समय था जब कभी मॉडल टाउन अन्य लोगों और प्रशासनिक अधिकारियों के लिए रोल मॉडल हुआ करता था।

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वर्षों से वीरान पड़े प्लाटों की सुध लेने के लिए मालिक कभी भी इन की साफ़ सफाई के लिए नहीं आते, जिसके चलते इन प्लाटों में बड़ी संख्या में पेड़ पौधे उग अाये हैं। जंगल का रूप धारण कर चुके इन पेड़ों की जड़ें गहराई तक पहुंच चुकी हैं और बरसात के दिनों में इन का पानी रिसकर उनके मकानों को खोखला कर रहा है। घरों में लगातार दरारें आ रही हैं और मकान धीरे धीरे धंस रहे हैं। इन प्लाटों से जहरीले कीट पतंगें, सांप, जोंके और अन्य रेंगनेवाले जीव घरों में पहुंच जाते हैं

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