आपदा में फंसे लोगों के जानमाल को बचाने में उपयोग करें अनुभव : एडीसी
बाढ़ राहत प्रशिक्षण शिविर संपन्न
छछरौली 13 जून (निस)
हथिनीकुंड बैराज पर पश्चिमी यमुना नहर के बहते पानी में स्टेट लेवल फ्लड रिलीफ ट्रेनिंग कैंप का समापन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एडीसी यमुनानगर नवीन आहूजा ने कहा कि कैंप से प्राप्त अनुभव को आपदा में फंसे लोगों के जानमाल को बचाने के लिए लगाएं। उन्होंने कहा कि कैंप से प्राप्त अनुभव को आसपास के लोगों को आपदा मित्र के तौर पर तैयार करें। यमुनानगर जिला हिमाचल, उत्तराखंड, यूपी की बाउंड्री पर स्थित है इसलिए यहां पर आपदा सबसे पहले आती है। इसमें तैयारी करने का भी वक्त बड़ी मुश्किल से मिल पाता है। मुख्य अतिथि ने तैराकी प्रतियोगिता व बोटिंग प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
इस मौके पर 53 प्रशिक्षुओं को ट्रेनर व मास्टर ट्रेनर की ओर से प्रशिक्षण दिया गया। मुख्य प्रशिक्षक मुकेश जांगड़ा ने बताया कि 4 दिन के ट्रेनिंग कैंप में तैराकी व बोट चलाना,ओबीएम चलाना तथा फर्स्ट एड की ट्रेनिंग दी गई है।
प्रतियोगिता के विजेता सम्मानित
फ्लड रिलीफ ट्रेनिंग कैंप के समापन अवसर पर दो प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। तैराकी प्रतियोगिता में झज्जर के अमित कुमार को प्रथम, जींद के अजय को द्वितीय तथा कैथल के सतीश कुमार को तृतीय पुरस्कार दिया गया। इसी प्रकार चप्पू द्वारा नाव चलाने की प्रतियोगिता में पानीपत के शिवकुमार को प्रथम, भिवानी के रोहित को द्वितीय, पानीपत के राजकुमार व सतीश कैथल को तृतीय पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।