जनकल्याण सहयोग संगठन के नेतृत्व में व्यापारियों ने एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
भिवानी, 10 जुलाई (हप्र) : जनकल्याण सहयोग संगठन हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष एवं वरिष्ठ भाजपा नेता दीपक अग्रवाल तौला ने भिवानी के एसडीएम को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा वैध मुद्रा घोषित किए जाने के बावजूद 10 रुपये के सिक्के और अन्य प्रचलित सिक्कों को स्वीकार करने से इनकार करने वाले व्यक्तियों और प्रतिष्ठानों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गई। ज्ञापन में दीपक अग्रवाल तौला ने इस बात पर जोर दिया कि बाजार में 10 रुपये के सिक्कों को लेकर लगातार भ्रम की स्थिति बनी हुई है, जिसके कारण कई दुकानदार और सेवा प्रदाता इन्हें स्वीकार करने से इनकार कर रहे हैं।
जनकल्याण सहयोग संगठन ने क्या कहा-
उन्होंने कहा कि यह स्थिति आम जनता, विशेषकर छोटे व्यापारियों और दैनिक उपभोक्ताओं के लिए बड़ी असुविधा का कारण बन रही है। तौला ने बताया कि आरबीआई ने कई बार स्पष्ट किया है कि 10 रुपये के सभी सिक्के, जिनमें अलग-अलग डिजाइन और चिह्नों वाले सिक्के भी शामिल हैं, कानूनी रूप से वैध मुद्रा हैं। इसके बावजूद, अफवाहों और गलतफहमी के कारण लोग इन्हें लेने से हिचक रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा कुछ व्यापारियों 10 रूपये के नोटों के बंडल बैंक से सीधे तौर पर ले लिए जाते है तथा उन्हे ब्लैक में 1600 से 1700 रूपये तक में बेचते है। इस पर भी कार्रवाई की जाए।
ज्ञापन में जनकल्याण सहयोग संगठन की मांगें
ज्ञापन में एसडीएम से आग्रह किया गया है कि वे इस मामले में हस्तक्षेप करें और संबंधित अधिकारियों को निर्देश दें कि वे उन लोगों या प्रतिष्ठानों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करें जो वैध भारतीय मुद्रा को स्वीकार करने से इनकार करते हैं।
उन्होंने चेतावनी दी कि ऐसे कृत्यों से न केवल आर्थिक लेनदेन बाधित होता है, बल्कि आरबीआई की विश्वसनीयता और देश की मौद्रिक प्रणाली पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। उन्होंने उम्मीद जताई कि प्रशासन इस मामले में त्वरित कार्रवाई करेगा और यह सुनिश्चित करेगा कि आरबीआई द्वारा जारी सभी सिक्के बिना किसी हिचक के स्वीकार किए जाएं।
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