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बाघों और हाथियों को कलेसर नेशनल पार्क में मिलेगा स्थायी बसेरा

सुरेंद्र मेहता/ हप्र यमुनानगर, 5 जून यमुनानगर स्थित कलेसर नेशनल पार्क में हाथियों और बाघों को स्थायी तौर पर बसाने की तैयारी हरियाणा वन विभाग कर रहा है। इसका मुख्य कारण पिछले कुछ समय से हाथियों और बाघों का कलेसर...
यमुनानगर के पुनर्वास केंद्र में नहाते हाथी। -हप्र
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सुरेंद्र मेहता/ हप्र

यमुनानगर, 5 जून

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यमुनानगर स्थित कलेसर नेशनल पार्क में हाथियों और बाघों को स्थायी तौर पर बसाने की तैयारी हरियाणा वन विभाग कर रहा है। इसका मुख्य कारण पिछले कुछ समय से हाथियों और बाघों का कलेसर नेशनल पार्क में आवागमन है।

देहरादून के राजश्री नेशनल पार्क से आए हाथियों के झुंड और बाघ कलेसर सेंक्चुरी और नेशनल पार्क में 10 दिन से 1 माह तक रह चुके हैं। बाद में वह लौट जाते हैं। वन विभाग की तरफ से माना जा रहा है कि कलेसर हाथियों और बाघों के लिए अनुकूल जगह है, यहां पर इनका स्थायी निवास बनाया जा सकता है। देहरादून के राजश्री नेशनल पार्क से चलकर हिमाचल के सिंबलवाडा सेंक्चुरी होकर कलेसर नेशनल पार्क में हाथियों के झुंड और बाघ पहुंच रहे हैं। पिछले एक साल में कई बार इन्हें कलेसर में देखा गया है। इसकी सीसीटीवी फुटेज और तस्वीरें भी विभाग के पास लगातार आ रही हैं। किस तरह कलेसर में आकर वहां की सुविधाओं का हाथी लुफ्त उठाते हैं, यह इन फुटेज और तस्वीरों में देखा जा सकता है। कलेसर के सेंक्चुरी और नेशनल पार्क में आने वाले हाथियों के झुंड और बाघों के आगमन पर वन विभाग की तरफ से अतिथियों वाली व्यवस्था की जाती है। इनके लिए 15 से 20 किलोमीटर का क्षेत्र निर्धारित किया जाता है। इनके रहने वाले क्षेत्र में पानी की व्यवस्ता भी की जाती है। स्मार्ट सीसीटीवी कैमरे से निगरानी, उनकी गतिविधियों की मॉनिटरिंग करने के साथ पल-पल की खबर विभाग के अधिकारी रखते हैं।

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