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आयकर विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर तीन युवकों से ठगे 24 लाख

कैथल, 25 जून (हप्र) आयकर विभाग में नौकरी दिलवाने के बहाने तीन युवकों से 24 लाख 20 हजार रुपये की ठगी करने का मामला सामने आया है। आरोपियों ने न केवल नकली आई कार्ड थमाकर डेढ़ साल तक नौकरी के...
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कैथल, 25 जून (हप्र)

आयकर विभाग में नौकरी दिलवाने के बहाने तीन युवकों से 24 लाख 20 हजार रुपये की ठगी करने का मामला सामने आया है। आरोपियों ने न केवल नकली आई कार्ड थमाकर डेढ़ साल तक नौकरी के नाम पर झांसा दिया, बल्कि दिल्ली ले जाकर घर-घर मकान नंबर लिखवाए।

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शिकायत मिलने पर अब पुलिस इस पूरे गिरोह की जांच में जुटी है। तीन युवकों को आयकर विभाग में क्लर्क लगवाने के नाम पर 24 लाख 20 हजार रुपये की ठगी की गई है। पैसे देने के बावजूद करीब डेढ़ साल तक नौकरी नहीं लगवाने पर युवकों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। सीवन निवासी कुलभूषण की शिकायत पर सीवन थाना पुलिस ने सीवन निवासी बिंदू राणा, गांव सांघण निवासी संजीव, दिल्ली निवासी अशोक और सीवन निवासी मीना सैनी के खिलाफ केस दर्ज किया है।

शिकायत में कुलभूषण ने बताया कि बिंदू राणा ने उसे कहा था कि वह कुछ ऐसे लोगों को जानता है, जो सरकारी नौकरी लगवा सकते हैं। इसके बाद कुलभूषण ने अपने ताऊ के बेटे संदीप व मलिकपुर निवासी तुषार को भी नौकरी के लिए उनसे मिलवाया। तीनों से मिलकर आरोपियों ने नौकरी दिलवाने के नाम पर 27 लाख रुपये मांगे। अगस्त, 2023 में बिंदू राणा को आठ लाख रुपये नकद दिए गए, जिसके बाद तीनों को आयकर विभाग में क्लर्क लगवाने की बात कही गई।

आरोपियों ने अन्य साथियों से मिलवाकर तीनों से 16 लाख रुपये और ले लिए। फिर तीनों को दिल्ली में कश्मीरी गेट स्थित आयकर कार्यालय में ले जाया गया, जहां उनकी मुलाकात एक कर्मचारी अशोक से कराई गई। वहां एक सर्विस बुक पर हस्ताक्षर कराए, पास के सिविल अस्पताल में मेडिकल जांच कराई और मोरिस नगर थाना से उनकी वेरिफिकेशन भी करवा दी। तीनों को बताया गया कि उनकी नौकरी लग चुकी है। तीनों युवकों को एक-एक रजिस्टर देकर मकान नंबर लिखने का काम सौंपा गया था। रोज घर-घर जाकर सेल्फी लेकर अशोक को भेजनी होती थी। सुबह विभाग का आईडी कार्ड मिलता और शाम को वापस ले लिया जाता था। जब तीन महीने बाद वेतन देने की बात हुई तो धमकी देकर कहा गया कि तुम तीनों नौकरी पर ही नहीं हो। ठगी का पता चलने पर तीनों युवक सीवन लौट आए। पुलिस ने गिरोह के खिलाफ केस दर्ज कर एएसआई सुरेंद्र को जांच सौंप दी है।

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