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धान घोटाले में तीन गिरफ्तार, करनाल मंडी सचिव व ऑक्शन रिकॉर्डर सस्पेंड

करनाल मंडी के 5 अधिकारी हो चुके सस्पेंड, गिरफ्तारी से बचने के लिए कई फरार
करनाल की मंडी में धान की सफाई करता मजदूर। -हप्र
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करनाल की मंडियों में फर्जी गेट पास के जरिये करोड़ों की फर्जी धान खरीद की जांच सटीकता के साथ आगे बढ़ रही है, जिससे राइस मिलर्स, आढ़तियों, मंडी, खरीद एजेंसियों के अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है। मामले में 2 प्राइवेट ऑपरेटरों अंकित, अंकुश और मंडी के पूर्व सुपरवाइजर पंकज तुली की गिरफ्तारी हो चुकी है जबकि असंध के 2 राइस मिलर्स को भी 33 हजार क्विंटल धान घोटाले के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया। इनमें से एक राइस मिलर्स सुशील को जांच में सहयोग न करने के कारण दोबारा से रिमांड पर लिया गया है तो वहीं दूसरे आरोपी राइस मिलर्स शीशपाल को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया जबकि एक आरोपी फरार चल रहा है। हर दिन फर्जी धान घोटाले में नये-नये नाम निकलकर सामने आ रहे हैं। आरोपी गिरफ्तारी से बचने के लिए फरार हो चुके हैं। अकेले करनाल मंडी में 100 करोड़ रुपये से अधिक के कथित धान घोटाले की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। फर्जी गेट पास मामले में करनाल की मंडी सचिव आशा और ऑक्शन रिकॉर्डर यशपाल को भी तुरंत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है। इन दोनों अधिकारियों के सस्पेंड होने के बाद अकेले करनाल मंडी के अब तक 5 अधिकारी सस्पेंड हो चुके हैं, जो बताता है कि मंडी में व्यापक धान घोटाला हुआ है।

सूत्रों की माने तो घोटाले में मंडी के अधिकारियों के साथ दूसरे लोग भी मिले हुए हैं। करीब 50 से अधिक आढ़ती जांच के घेरे में हैं। साथ ही उठान एजेंसियों की भूमिका भी उजागर हुई है, क्योंकि जो धान धरातल पर था ही नहीं, उसका भी उठान दिखाया गया है। धान तुलाई, ट्रकों में लदाई, मिलों में पहुंच और उतरवाई आदि की टाइमिंग का मिलान किया जा रहा है। यूं कहें कि हर रिकॉर्ड की बारीकी से जांच चल रही है। पुलिस की माने तो मामले में कई पुख्ता सबूत हाथ लगे हैं। जल्द जांच पूरी कर मामले का खुलासा किया जाएगा। मुख्यमंत्री नायब सैनी द्वारा करनाल मंडी के 3 अधिकारियों को सस्पेंड करने के बाद डीसी उत्तम सिंह ने धान खरीद के दौरान ही मिलों की फिजिकल वेरिफिकेशन के आदेश जारी कर दिए थे, जिसके चलते एक के बाद मंडियों में धान खरीद में गड़बड़ियां उजागर होने लगीं। जिस पर डीसी ने कड़ा संज्ञान लेकर मामलों में आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करवाने के आदेश जारी किए। वहीं धान घोटालों की जांच को लेकर पीएम, सीएम तक धान घोटाले की शिकायत दी गई है। असंध हैफेड के इंस्पेक्टर अशोक मेहरा व मैनेजर सुरेंद्र कुमार भी सस्पेंड हो चुके हैं, जबकि हैफेड डीएम अमित कुमार को पहले ही सस्पेंड किया जा चुका है।

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खरीद एजेंसी के इंस्पेक्टर पर हो चुका केस दर्ज

फर्जी गेट पास मामले में मंडी सुपरवाइजर हरदीप, अश्विनी व आॅक्शन रिकार्डर सतबीर पहले ही सस्पेंड हो चुके हैं, जबकि मंडी सचिव आशा रानी, राजेंद्र कुमार, अमित कुमार व अजय कुमार, खाद्य आपूर्ति विभाग के इंस्पेक्टर समीर के खिलाफ केस दर्ज हो चुका है। मंडी सचिव की अग्रिम जमानत याचिका पहले ही खारिज हो चुकी है।

फर्जी गेट पास मामले में जिसकी भी भूमिका सामने आती जाएगी, उसे जांच में शामिल किया जाएगा। फिलहाल जांच चल रही है, जल्द ही पूरे मामले का खुलासा कर दिया जाएगा। पुलिस के पास काफी अहम जानकारियां हैं, जिनके आधार पर जांच का दायरा बढ़ाया जा रहा है।

-गंगा राम पूनिया, एसपी, करनाल।

 

 

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