इस बार भी छूट गया डीएसआर से पैडी बिजाई का लक्ष्य
सरकार गिरते भूजल स्तर की समस्या से पार पाने के लिए अथक प्रयास कर रही है। इसमें धान की सीधी बिजाई भी शामिल है, लेकिन धान की सीधी बिजाई को लेकर कृषि विभाग को मिला टारगेट पिछले साल की तरह इस बार भी पूरा नहीं हुआ है। निर्धारित लक्ष्य बहुत कम रजिस्ट्रेशन हुआ। इसे लेकर की जाने वाली वैरीफिकेशन में कई एकड़ कम हो जाता है। सरकार इस विधि से बिजाई करने वाले किसान प्रति एकड़ 4500 रुपये प्रोत्साहन राशि देगी। इस बार सरकार ने कृषि विभाग को जिला यमुनानगर में 15 हजार एकड़ रकबे में धान की सीधी (डीएसआर) से करने का लक्ष्य दिया था। इसे लेकर जागरूकता अभियान भी चलाया गया था, लेकिन उसके बाद भी बिजाई का लक्ष्य पूरा नहीं हुआ। जानकारी के अनुसार जिला यमुनानगर में 12073.75 एकड़ रकबे में डीएसआर से बिजाई का पंजीकरण किसानों द्वारा कराया गया है। यह दिए गए लक्ष्य से कम है। बताया जाता है कि इसमें से करीब छह हजार एकड़ की अभी तक वैरीफिकेशन हुई है। कृषि विभाग के सहायक पौध संरक्षण अधिकारी डाक्टर सतीश कुमार का कहना है कि डीएसआर के प्रति किसानों का रुझान बढ़ रहा है। उनका है कि इसे लेकर सरकार ने वैरीफिकेशन करने की तारीख बढ़ा कर 15 अगस्त कर दी है।