गांव पोलड़ को खाली करवाने के दिए निर्देश से हड़कंप, ग्रामीण बोले- कुछ भी हो जाए, नहीं छोड़ेंगे गांव
गांव पोलड़ के ग्रामीण इन दिनों भारी तनाव और नाराजगी में हैं। पुरातत्व विभाग की ओर से गांव को खाली करने का नोटिस भेजे जाने के बाद से पूरे गांव में हड़कंप मचा है। ग्रामीणों का कहना है कि चाहे कुछ भी हो जाए, वे अपना गांव नहीं छोड़ेंगे। ग्रामीणों ने एक सुर में कहा कि यह पहली बार नहीं है जब इस प्रकार का नोटिस आया हो।
इससे पहले भी तीन बार खुदाई की जा चुकी है, लेकिन कोई पुरातात्विक अवशेष नहीं मिले। उनका कहना है कि यदि यहां कुछ ऐतिहासिक दबा होता, तो पहले ही मिल गया होता। ग्रामीणों का कहना है कि जब देश आजाद हुआ था, तब से वे इस गांव में रह रहे हैं। उन्होंने इसे अपने खून-पसीने से बसाया है।
मेहनत मजदूरी करके घर बनाए हैं और अब अचानक गांव खाली करने का आदेश आ गया है, जो सरासर गलत है। गांव पोलड़ के निवासियों का यह संघर्ष केवल जमीन का नहीं, बल्कि अपनी जड़ों और पहचान को बचाने का है। ग्रामीणों ने अब सांसद नवीन जिंदल और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से मिलने का समय मांगने की योजना बनाई है। उनका कहना है कि वे गांव को उजाड़ने के खिलाफ आवेदन देंगे। यदि कोई समाधान नहीं निकला तो वे कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे।