लांस नायक नरेंद्र सिंह सिंधु की शहादत पर गांव में शोक की लहर
जिले के रोहेड़ा गांव निवासी लांस नायक नरेंद्र सिंह सिंधु का श्रीनगर में बलिदान हो गया। उनका यह बलिदान सोमवार सुबह आंतकवादियों से हुई मुठभेड़ के दौरान गोली लगने से हुआ। उनके बलिदान की सूचना जैसे ही गांव में पहुंची तो गांव में शोक ही लहर दौड़ गई। यह जानकारी शाम के समय सैनिक बोर्ड की ओर से पूर्व सैनिक वेलफेयर एसोसिएशन को दी गई।
पूर्व सैनिक वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान जगजीत फौजी ने बताया कि 28 वर्षीय नरेंद्र सिंह सिंधु तीन राज राइफल के जाबांज थे। वे सात साल पहले ही राज राइफल दिल्ली भर्ती हुए थे। इसके बाद करीब चार साल पहले ही उनकी तैनाती राष्ट्रीय राइफल श्रीनगर में हुई थी। जगजीत फौजी ने बताया कि प्रतिदिन की तरह नरेंद्र सिंह सिंधु श्रीनगर के पास स्थित घाटियों में अपने साथियों के साथ गश्त पर थे।
उन्होंने बताया कि सोवार सुबह करीब 11 बजे अचानक से आतंकवादियों ने गोलीबारी की और मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ के दौरान नरेंद्र को गोली लगी और वे गंभीर रूप से घायल हुए। इसके बाद उन्हें श्रीनगर अस्पताल में ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। प्रधान ने बताया कि नरेंद्र सिंह सिंधु दो भाई है। उनसे छोटा एक भाई है, जो इस समय अमेरिका में रहा रहा है। जबकि पिता दलबीर सिंह एक किसान और माता गृहिणी है। सैनिक के बलिदान पर परिवार के सदस्य टूट गए हैं, क्योंकि इस समय परिवार का दूसरा बेटा भारत में न होकर अमेरिका में रह रहा है। फौजी ने बताया कि जाबांज लांस नायक नरेंद्र सिंह का अंतिम संस्कार मंगलवार को राष्ट्रीय सम्मान के साथ उनके पैतृक गांव रोहेड़ा में किया जाएगा। एसोसिएशन के सदस्यों ने जांबाज वीर योद्धा लास नायक नरेंद्र सिंह सिंधु के बलिदान को नमन किया है।