‘संस्कृत भाषा के संरक्षण और संवर्धन की जरूरत’
गीता निकेतन आवासीय विद्यालय में संस्कृत सप्ताह समारोह का समापन कार्यक्रम हर्षोल्लास एवं उत्साहपूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुआ। मुख्यातिथि डॉ. विनोद कुमार शर्मा (संस्कृत विभाग, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय) एवं विद्यालय के प्राचार्य नारायण सिंह ने दीप प्रज्वलन एवं मां सरस्वती के चरणों पुष्पार्पण कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। संस्कृत में सरस्वती वन्दना एवं वैदिक मंगलाचरण से वातावरण आनंदमय और भक्तिमय हो गया। प्राचार्य ने विस्तार से अतिथि का परिचय व उत्तरीय, पौधा एवं स्मृतिचिन्ह प्रदान कर उनका स्वागत किया। इस अवसर पर छात्रों के द्वारा संस्कृत में पंचांगम्, सुविचार, संस्कृतवार्ता, संस्कृत सुभाषितम्, मम परिचय, संस्कृत गीतम्, पारस्परिक सम्वाद, संस्कृत कक्षा, संस्कृत कथा, गीतापाठः, सङ्ख्यागीतम, संस्कृत भाषणम, संस्कृत में अभिवादनविधिः एवं मन्त्रपाठः इत्यादि गतिविधियों को प्रस्तुत कर गौरव का अनुभव किया।
विद्यार्थियों ने संस्कृत भाषा की महत्ता और जीवन में उपयोगिता को स्पष्ट किया। संस्कृत समारोह में 100 से अधिक छात्रों ने प्रतिभाग किया एवं सबमें संस्कृत के प्रति रुचि जागृत हुई। कार्यक्रम में उपस्थित डॉ. विनोद कुमार शर्मा ने कहा कि महर्षियों ने संस्कृत को देव वाणी कहा है। संस्कृत में ज्ञान का अगाध भंडार है। उन्होंने संस्कृत भाषा के संरक्षण और संवर्धन पर बल दिया। प्राचार्य ने कहा कि संस्कृत भाषा सर्वांगीण विकास के लिए अत्यावश्यक है। समन्वयक अमित कुमार ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर विद्यालय के संपर्क अधिकारी तेजबीर सिंह, संस्कृत विभाग से विकास शर्मा, श्वेता त्रिखा, सभी सम्मानित आचार्यगण, पर्यवेक्षकगण एवं सभी छात्र उपस्थित रहे।